नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): केंद्रीय सरना समिति एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की बैठक मंगलवार को केंद्रीय कार्यालय 13 आर आई टी बिल्डिंग कचहरी परिसर में हुई। कुरमी समाज को आदिवासी बनने से रोकने के लिए बैठक आयोजित किया गया। इस बैठक में केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी समाज सरना कोड के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी बरसों से रेल रोड चक्का जाम झारखंड बैंड किया गया। दिल्ली में कई बार धरना प्रदर्शन किया गया। झारखंड में भी राजभवन के समीप कितने बार धरना प्रदर्शन किया गया परंतु अभी तक आदिवासियों का सरना कोड की माँग को पूरा नहीं किया गया। कुरमी गिने-चुने ही आंदोलन किए हैं जिसमें सरकार कुरमियों को आदिवासी बनाने में लगी हुई है। सरना समाज कुरमी को आदिवासी कभी स्वीकार नहीं करेगी, यदि ऐसा होगा तो आदिवासी और कुरमी समाज में टकराहट की स्थिति पैदा होगी क्योंकि आदिवासी अपना हक अधिकार को लूटते हुए नहीं देख सकते हैं।
केंद्रीय सरना समिति कुरमी को आदिवासी बनने से रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाएगी।
इस मौके पर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव बना मुंडा, संजय तिर्की, दीपक कुमार, नीरज कुमार, सहायक तिर्की, विनय उराँव शामिल थे।