अरविंद अग्रवाल,छत्तरपुर
पलामू (ख़बर आजतक) : जिले के छतरपुर में संतोष साहू के गोली लगने के 22 दिनों बाद रिम्स में मृत्यु हो जाने से आक्रोशित छतरपुर के व्यवसाईयों द्वारा शुक्रवार को छतरपुर में हाथ में तख्ता लेकर, काला पट्टी बांध जुलूस निकाला। और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर किया। जुलूस में शामिल व्यवसाय वर्ग, समाजसेवी तथा कई प्रबुद्ध लोगों ने छतरपुर में हो रही अपराधी घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की है तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी की मांग की है।
बतादें की रिम्स में इलाज के दौरान जिले के छत्तरपुर थाना क्षेत्र निवासी की मौत गुरुवार को हो गई है. मृतक खैनी दुकानदार संतोष साव पर बीते हुए दिन 29 अप्रैल को रात्रि में अपराधियों ने पेट में दो गोली मारी थी जिससे गंभीर रूप से जख्मी हालत में रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था लेकिन लाखों रुपए खर्च करने के बाद और पैसे के अभाव में रिम्स में भर्ती कराया जहां ईलाज के दौरान संतोष साव गुरुवार को संध्या इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के खबर जैसे परिजनों को सूचना मिलने के बाद पूरे छत्तरपुर शहर के वव्यसाय लोगों में मातम पसरा हुआ है।
दरअसल 29 अप्रैल को पलामू के छतरपुर में एक युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी बहन के ससुर की हत्या कर दी. युवक अपनी बहन के अंतरजातीय विवाह से नाराज था और ससुरालवालों से बदला लेना चाहता था. बदला लेने के नीयत से वह अपनी बहन के ससुराल गया था. इस दौरान उसके बहन के ससुर सामने आ गए. भाई ने ससुर को ही गोली मार दी और फरार हो गया. संतोष साव के शरीर में दो गोली लगी थी, जिसके बाद संतोष साव का इलाज रांची में एक निजी अस्पताल में किया जा रहा था. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए संतोष साव गोली कांड के आरोपी आशुतोष कुमार सिंह और उसके दोस्त रौशन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
इधर समाजसेवी अरविंद गुप्ता चुनमुन ने बताया कि छत्तरपुर के संतोष साहू के निधन से बहुत मर्माहत हूं और पुलिस प्रशासन से मांग करता हूं कि घटना में शामिल सभी अपराधियों को और इसके सूत्रधारों को पुलिस गिरफ्तार करे। साथ ही साथ छतरपुर में सीसीटीवी लगवा कर सुरक्षा व्यवस्था की मुकम्मल इंतजार भी पुलिस करे। छतरपुर में छतरपुर में पहले भी शुभम गुप्ता, नरेश ठाकुर, संजय डोम, धीरज प्रजापति की हत्या हो चुकी है। साथ ही कई आपराधिक घटनाएं भी घटी है, दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरहबान तक नहीं पहुंच पाई है।