भाजपा आदिवासी कल्याण के लिए समर्पित, लेकिन भ्रष्टाचार की विरोधी: शाही
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को शाम प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी एवं सीपी सिंह, बिरंची नारायण, रामचंद्र चंद्रवंशी, जेपी पटेल, राज सिन्हा, मनीष जायसवाल, अमित मण्डल, केदार हाजरा, अनन्त ओझा, अपर्णा सेन गुप्ता, पुष्पा देवी, किशुन दास, केदार हाजरा, समरी लाल, कोचे मुंडा, भानु प्रताप शाही, आलोक चौरसिया, नारायण दास उपस्थित थे।
इस बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि चंपई सोरेन सरकार कल विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाएगी लेकिन मुख्यमंत्री के बयान से यह नही लगता कि यह सरकार जनहित के लिए बनी है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने शपथ के बाद स्वयं कहा है कि वे हेमन्त सरकार के कार्यों को आगे बढ़ाएँगे। इसलिए स्पष्ट है कि चंपई सरकार हेमन्त सरकार पार्ट2 है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने जैसे भ्रष्टाचार, खान खनिज की लूट, महिला उत्पीड़न, युवाओं के खिलाफ निर्णय, बेरोजगारों को धोखा, किसानों को धोखा दिया यह सरकार उसी को आगे बढ़ाएगी।
उन्होने कहा कि ऐसे हालात में भाजपा फिर इस सरकार के कारनामों का भी प्रबल विरोध करेगी। सदन में पार्टी विश्वास प्रस्ताव के विरोध में रहेगी। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासी होने का रोना रोते हैं। उन्हे याद करना चाहिए कि काँग्रेस के दुत्कार के बाद भाजपा ने ही उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया था। राज्य गठन से लेकर भाजपा सरकार ने बार बार आदिवासी समाज के कल्याण में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
भानू प्रताप शाही ने कहा कि राज्य का प्रथम मुख्यमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने आदिवासी समाज से आनेवाले नेता बाबूलाल मरांडी को बनाया। केंद्र में आदिवासी मंत्रालय बनाए। आज देश की सर्वोच्च पद पर आसीन राष्ट्रपति आदिवासी समाज से आने वाली महिला हैं।
उन्होने कहा कि हेमन्त सोरेन जब भ्रष्टाचार में पकड़े गए तो आदिवासी का रोना रोने लगते हैं। लेकिन अब रोना धोना नही चलने वाला। राज्य की जनता इनके कारनामों को जान चुकी है।
उन्होंने कहा कि हेमन्त सोरेन ने स्वयं अपने से संवैधानिक संकट पैदा करने की कोशिश की। फरार होकर राँची में प्रकट होते ही 400 से अधिक ट्रांसफर किए। गिरफ्तार की सूचना दिए जाने के बाद ईडी को बिना बताए राजभवन चले गए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी भी अस्थिरता की बात नहीं की। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद किया और करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी ठगबंधन अंतर कलह से घिरा है। विधायकों को करोड़ों रुपया देकर हैदरबाद ले जाया गया।
इसलिए 10 महीने के बचे कार्यकाल को यह सरकार कितना पूरा करेगी यह भविष्य बताएगा।