राँची (ख़बर आजतक) : सीएम हेमंत सोरेन अविलंब जेएसएससी-सीजीएल के आनदोलनरत परीक्षार्थियों को बुला कर वार्ता करे और जो छात्रो पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है उसे निरस्त करे और जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा को रद्द करे। उपरोक्त बाते आज आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने आज JSSC कार्यालय घेराव करने वाले छात्रो पर सरकार दवारा प्राथमिकी दर्ज करने पर अपनी प्रतिक्रिया मे उक्त बातें कही ।
इन्होने यह भी कहा कि 16 नामजद छात्रो एंव 1 हजार अज्ञात छात्रो पर FIR दर्ज करना राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड करना है जो माफी योग्य नही है ।सरकार को तुरंत इन छात्रो पर किये गये प्राथमिकी को निरस्त किया जाना चाहिए और अविलंब छात्रो से वार्ता कर जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा को रद्द करने की दिशा मे सकरात्मक पहल किया जाना चाहिए ताकि छात्रो का भविष्य मे बर्बाद ना हो सके ।
श्री नायक ने आगे कहा कि JSSC कार्यालय घेराव करने पर पुलिस दवारा पत्थरबाजी करने का आरोप लगाकर 16 छात्रो पर नामजद व 1 हजार अज्ञात छात्रो पर FIR दर्ज किया गया जो राज्य के छात्रो के लिए एवं सरकार के लिए शुभ संकेत नही है । इन्होने आगे यह भी कहा कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय घेराव करने वा jssc-cgl परीक्षा रद्द कराने आए छात्रों पर पुलिस पर पत्थरबाजी करने का आरोप लगाकर FIR दर्ज किया गया है जो छात्रो के भविष्य के साथ खिलवाड करना है इसलिए मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत रुचि लेकर संज्ञान लेना चाहिए और जेएसएससी-सीजीएल प्रकरण को पटाक्षेप करनी चाहिए ताकि छात्रो को न्याय मिल सके और उनके भावनाओं को सम्मान मिल सके ।