नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): झारखंड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश काँग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि मणिपुर में घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की फेहरिस्त काफी ज्यादा लंबी है और इस पर पर्दा डालने की कोई भी कोशिश न केवल देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता बल्कि, आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारा पर भी घातक साबित होगा। उन्होंने कहा कि सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी, सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के साथ ही विशेष रुप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में गंभीर और संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिए और मणिपुर में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू कर वहाँ की सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
बंधु तिर्की ने कहा कि मणिपुर में गृह युद्ध जैसी परिस्थिति लम्बे समय तैयार हो गई है और बदले दौड़ में जिस प्रकार से महिला उत्पीड़न की घटना सामने आयी है वह न केवल चौंकाने वाली है बल्कि इस बात की आशंका उत्पन्न करती है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि ऐसी घटनाओं की फेहरिस्त बहुत ज्यादा है और केवल एक घटना ही सामने आयी है। बंधु तिर्की ने कहा कि पूरे देश में चाहे जिस भी प्रदेश या केन्द्र शासित प्रदेश में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनायें घटित हो, पर उसकी जितनी भी निन्दा की जाये कम ही है क्योंकि ऐसी घटनाएँ, केवल अपराधी तत्वों का नहीं बल्कि पूरे देश में प्रत्येक संवेदनशील व्यक्ति को शर्मिंदा करती है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएँ, विशेष रुप से सरकार एवं प्रशासन के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने की बात है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा को यह जानना चाहिए कि ऐसी घटनाएँ घटने पर उसका दूसरे राज्यों में घट रही तथाकथित रुप से उसी प्रकार की घटनाओं के तुलना कर मणिपुर के प्रभाव को कम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए अन्यथा इसका फायदा उन अपराधियों और अवांछित तत्वों को मिलेगा जो समाज और देश के दुश्मन हैं।
बंधु तिर्की ने कहा कि देश में मानसिकता बदलने की बहुत अधिक जरूरत है और इसके लिए सख्त कदम उठाना होगा। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न और महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सिर्फ और सिर्फ वैसे गंदे लोगों की मानसिकता सामने आती है जो किसी के भी सगे नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि उन तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों और नेताओं को भी अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं को नियंत्रण में रखना चाहिये जो पागलपन की हद तक गुजरकर वैसे वक्तव्य देते हैं जिससे इस प्रकार की घटनाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से समर्थन ही मिलता है।
वरिष्ठ काँग्रेस नेता ने माँग की कि मणिपुर और इस प्रकार की किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना के जिम्मेदार अपराधियों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि वैसे तत्वों पर अंकुश लगे। उन्होंने माँग की कि केंद्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्य सरकारें महिला सुरक्षा पर गंभीरता पूर्वक विचार करें और हर हाल में आउट ऑफ़ बॉक्स जाकर भी समाधान ढूँढे। साथ ही इसके लिए आवश्यकता हो तो नए सिरे से महिला पुलिस के गठन के साथ साथ महिलाओं को हथियार भी मुहैया कराया जाना चाहिए।