नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक) : सरला बिरला विश्वविद्यालय में इसरो द्वारा चंद्रयान-3 के चंद्रमा के साउथ पोल सतह पर लाँचिंग की सफलता पर समारोह आयोजित कर इसरो के समस्त टीम मेंबर्स को शुभकामनाएं दी गई। सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए एवं सभी को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने चंद्रयान-3 के सफलता के विभिन्न कारकों की चर्चा करते हुए कहा कि जब अच्छा नेतृत्व एवं उचित मार्गदर्शन प्राप्त हो तभी ऐतिहासिक एवं साहसिक कार्य संभव हो सकते हैं। उन्होंने इसरो के उद्देश्य एवं कार्यों की चर्चा करते हुए चंद्रयान-2 की सफलता – असफलता के द्वारा मिली प्रेरणा को चंद्रयान- 3 की सफलता का कारण बताया।
उन्होंने कहा कि असफलताओं से घबराना नहीं एवं सफलता के लिए सतत प्रयास करते रहना, इसरो के वैज्ञानिकों से सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश नित नई ऊँचाइयों को छूते हुए विकास के नए-नए आयाम गढ़ते जा रहा है। चंद्रयान-3 का सफल परीक्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सकारात्मक सहयोग एवं प्रेरणा का प्रतीक है।
सरला बिरला विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने भी इसरो द्वारा चंद्रयान-3 की सफलता पर शुभकामनाएं प्रेषित की है।
सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों के मनोबल को बनाए रखने के लिए देश का वर्तमान नेतृत्व हर संभव सहयोग करते हुए स्पेस सेक्टर की संभावनाओं को साकार करने के लिए पहले से काफी कुछ बजट में प्रावधान किया गया। डिप्टी रजिस्ट्रार प्रो अमित गुप्ता एवं ईसीई के फैकल्टी डॉ मनोज पाण्डेय तथा एमसीए की छात्रा रिया कुमारी ने भी अपने उद्गार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सभी पदाधिकारी, प्राध्यापक, कर्मचारी गण एवं छात्र छात्राएँ उपस्थित थे।