रिपोर्ट:-सरबजीत सिंह
धनबाद/मुगमा(खबर आजतक):- ईसीएल मुगमा क्षेत्र में अकाउंट क्लर्क इंद्रनील धर ने मीडिया को बताया कि मैं, इंद्रनील धर, ईसीएल मुगमा क्षेत्र में अकाउंट क्लर्क, अपनी पत्नी स्वर्णाली धर के साथ बाइक पर भारत के उत्तर-पूर्व क्षेत्र, जिसे भारत की सात बहनों और एक भाई के रूप में भी जाना जाता है, यानी सिक्किम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और असम की यात्रा और खोज में 9246 किलोमीटर की यात्रा पूरी की। इसे पूरा करने में हमें 52 दिन लगे। इस यात्रा के दौरान हमने चार (4) अंतरराष्ट्रीय सीमाओं यानी चीन, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार (बर्मा) का भी दौरा किया। हमने 18750 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची झील गुरुडोंगमार झील (सिक्किम) का प्रयास किया।हमने द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की सीमा यानी बाघमारा, भारत-बांग्लादेश सीमा पर अतिक्रमण करने का प्रयास किया है। हमने मेघालय के बालपखराम में गंधमादन पर्वत का प्रयास किया है जो भारत का प्राचीन पौराणिक स्थल है। हमने 13500 फीट पर बुमला दर्रा, अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा का प्रयास किया है।हमने भारत के आखिरी गांव यानी अन्नी, अरुणाचल प्रदेश का प्रयास किया। हमने द फर्स्ट सन शाइन ऑफ इंडिया का प्रयास किया, जिसे भारत का पहला गांव भी कहा जाता है, यानी कहो – किविथू, अरुणाचल प्रदेश। हमने चरम पूर्वी त्रि-जंक्शन सीमा (भारत-म्यांमार-चीन) यानी नोंगपोंग (पंगसौ दर्रा), एपी का प्रयास किया है। हमने म्यांमार के साथ सीमा साझा करने वाले चरम पूर्वी मिज़ोरम यानी ज़ोखावथर दर्रे का प्रयास किया।उपरोक्त नोट पर हमें ब्रावो इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा “भारत के संपूर्ण उत्तर-पूर्व क्षेत्रीय राज्य को पूरा करने वाला एशिया का पहला बाइकर जोड़ा” शीर्षक के साथ सराहा गया है।