नितेश वर्मा
बोकारो (ख़बर आजतक) : भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक स्तर पर एक बड़ा और रणनीतिक फैसला लेते हुए बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। 14 दिसंबर को भाजपा संसदीय बोर्ड के इस निर्णय की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने दी। 2024 लोकसभा चुनाव के बाद जेपी नड्डा के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनने के कारण पार्टी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश चल रही थी। ऐसे समय में नितिन नबीन को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर भाजपा ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले वर्षों में पार्टी युवा और अनुभवी नेतृत्व के संतुलन पर विशेष ध्यान देने जा रही है।
45 वर्षीय नितिन नबीन वर्तमान में बिहार की नीतीश कुमार सरकार में पथ निर्माण मंत्री हैं और पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले नितिन नबीन ने संगठन के विभिन्न स्तरों पर काम करते हुए खुद को एक अनुशासित, मेहनती और निर्णय लेने में सक्षम नेता के रूप में स्थापित किया है। बिहार भाजपा के संगठन को मजबूत करने में उनकी भूमिका को हमेशा अहम माना जाता रहा है।
नितिन नबीन कायस्थ यानी लाला समुदाय से आते हैं और उन्हें बिहार भाजपा का सबसे बड़ा कायस्थ चेहरा माना जाता है। सामाजिक समीकरणों के लिहाज से भी उनकी स्वीकार्यता पार्टी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। संगठन में उनकी साफ-सुथरी छवि और गैर-विवादित राजनीतिक जीवन उनकी सबसे बड़ी ताकत रही है। उन्होंने भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) में प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय महासचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अपनी जिम्मेदारी निभाई है।
नितिन नबीन का जन्म 23 मई 1980 को पटना में हुआ था। उनके पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक थे, जिन्होंने जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत की थी। वर्ष 2005 में 55 वर्ष की उम्र में पिता के निधन के बाद नितिन नबीन पर परिवार और राजनीति दोनों की जिम्मेदारी आ गई। उस समय उनकी उम्र मात्र 26 वर्ष थी, लेकिन उन्होंने परिस्थितियों का सामना करते हुए राजनीति में मजबूती से कदम रखा।
पिता के निधन के बाद खाली हुई पटना पश्चिम विधानसभा सीट से नितिन नबीन ने 2006 का उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल कर पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया। 2008 के परिसीमन के बाद इस सीट का नाम बदलकर बांकीपुर कर दिया गया। इसके बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने लगातार जीत दर्ज की। खासकर 2025 के विधानसभा चुनाव में राजद की रेखा कुमारी को लगभग 51 हजार मतों के बड़े अंतर से हराना उनकी अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत मानी जाती है।
नितिन नबीन को फरवरी 2021 में पहली बार नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था। इसके बाद हाल ही में बनी नई सरकार में भी उन्हें दोबारा मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। वर्तमान में वे पथ निर्माण के साथ-साथ नगर विकास एवं आवास विभाग का भी दायित्व संभाल रहे हैं। सरकार और संगठन—दोनों स्तरों पर उनका अनुभव भाजपा के लिए उन्हें एक भरोसेमंद चेहरा बनाता है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नितिन नबीन को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना भाजपा की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। युवा उम्र, संगठनात्मक मजबूती, सामाजिक संतुलन और प्रशासनिक अनुभव—इन सभी गुणों के कारण वे भाजपा के भविष्य के नेतृत्व की झलक माने जा रहे हैं। कुल मिलाकर, पिता की विरासत से शुरू होकर संगठन की सीढ़ियां चढ़ते हुए नितिन नबीन का यह सफर अब राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र तक पहुंच चुका है, जिसे भाजपा में आने वाले बदलावों का संकेत माना जा रहा है।
