नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): केंद्रीय सरना समिति पहान महासंघ राजी सरना प्रार्थना महासभा एवं विभिन्न आदिवासी संगठनों के द्वारा सरना झंडा जलाने तथा अपमानित करने को लेकर शुक्रवार को जयपाल सिंह स्टेडियम से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक 8 अप्रैल को राँची बंद की पूर्व संध्या पर मशाल जुलूस निकाला गया। इस दौरान मशाल जुलूस में सैकड़ों की संख्या में पहान पूजार, महिला, पुरुष हाथों में मशाल एवं हाथों में तख्तियाँ लिए हुए सरना झंडा जलाने को लेकर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे एवं असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की माँग कर रहे थे। केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी अपनी परंपरा संस्कृति के प्रति जागरुक हो चुके हैं एवं अपने सम्मान बचाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। कल 8 अप्रैल को राँची बंद ऐतिहासिक होगा। बंदी में एंबुलेंस, स्कूल बस, दूध, दवा दुकान को बंदी से छूट दी गई है।
इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक भुनेश्वर लोहरा, महासचिव संजय तिर्की, उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, सचिव विनय उराँव, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव विमल कच्छप, बाना मुंडा, महिला शाखा अध्यक्ष नीरा टोप्पो, सुखवारो उराँव, धर्म कुमार, दीपक जयसवाल, जय आदिवासी जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के अध्यक्ष निरंजन हेरेंज टोप्पो, काँके सरना समिति के अध्यक्ष रंजीत टोप्पो, शिवा कच्छप, राजी पड़हा प्रार्थना सभा के संजय कुजूर, आदिवासी सरना विकास समिति के अध्यक्ष अशोक मुंडा, डब्लू मुंडा आदि शामिल थे।