नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): डीआरयूसीसी सदस्य अरुण जोशी ने शुक्रवार को दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अर्चना जोशी को पत्राचार कर कहा कि ट्रेन संख्या 18009 संतरागाछी अजमेर एक्सप्रेस जिसका परिचालन वर्तमान में मुरी होकर होता है, को मुरी के बाद वाया राँची लोहरदगा होकर चलाने की माँग दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अर्चना जोशी को भेंजे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि वर्तमान में इस ट्रेन में यात्री भार काफी कम है जिस कारण लगभग सभी श्रेणी में पर्याप्त सीटें खाली ही रह जा रही हैं। जबकि कोटा जाने वाले बहुत से विद्यार्थी राजधानी राँची में हैं एवं अजमेर जाने वाले यात्रियों की संख्या भी काफी अधिक है। ऐसे में आवश्यक है कि इस ट्रेन का मार्ग परिवर्तन कर टाटानगर के बाद वाया पुरुलिया, मुरी, राँची, लोहरदगा होकर टोरी में मिलाया जाए। इस ट्रेन का मार्ग परिवर्तित होने से झारखंड की राजधानी राँची से सप्ताह में 1 दिन कोटा और अजमेर की ट्रेन की उपलब्धता सुनिश्चित हो पाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि हमने देखा है कि जिस ट्रेन के परिचालन से रेलवे को नुकसान होता है प्रायः वह ट्रेन बंद कर दी जाती है, फिर यह ट्रेन क्यों चलाई जा रही है ? हमारा सुझाव है कि या तो इस ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया जाय या प्रायोगिक तौर पर इस ट्रेन का परिचालन आगामी 6 माह तक राँची होकर किया जाए। यदि इस ट्रेन को मुरी के बाद वाया राँची, लोहरदगा होकर टोरी में मिलाना संभव नहीं हो तब इस ट्रेन को टाटानगर के बाद वाया पुरुलिया-मुरी होकर राँची लाया जाए।
इस ट्रेन के मार्ग परिवर्तन से झारखण्ड की राजधानी राँची में स्थित कोल इंडिया की सहायक कंपनियां सेंट्रल कोलफील्डस लिमिटेड एवं सीएमपीडीआई के मुख्यालय नार्दन कोलफील्ड्स लिमिटेड, सिंगरौली के मुख्यालय से सीधे जुड जाएँगे तथा एनटीपीसी सिंगरौली, विंध्यनगर पावर प्लांट के लिए भी राँची से जाने वालों को सीधी रेल गाड़ी मिल जाएगी।