चास (ख़बर आजतक): मंगलवार को डीपीएस चास बोकारो में योग्य छात्र प्रतिभाओं पर विशिष्ट जिम्मेदारियों को निभाने, प्रतिबद्धता और आत्मविश्वास के साथ नेतृत्व क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से बैज अलंकरण कार्यक्रम ‘प्रतिस्थापन’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सत्र 2023-24 के लिए गठित छात्र-परिषद् के नवनिर्वाचित सदस्यों ने अपनी जवाबदेही की गरिमा को सच्चाई और ईमानदारी के साथ पूरा करने का संकल्प लिया। निर्वाचन की प्रक्रिया के साथ जूनियर छात्र-परिषद् का गठन हुआ था।
विदित हो कि छात्र-परिषद् नामांकन के लिए उम्मीदवार की पात्रता एक साक्षात्कार के माध्यम से निश्चित की गई थी और 28 जून को बच्चों से मतदान कराया गया था। जिसमें 5वीं कक्षा के प्रमेश कौंडिल्य हेड बॉय व सरन्या शाही हेड गर्ल, कक्षा चौथी के कुशाग्र आर्यन वाइस हेड बॉय, कक्षा 5वीं की अनुश्री कुंडू वाइस हेड गर्ल, कक्षा 5वीं की ही रीती श्री को लिटरेरी सेक्रेटरी (साहित्य सचिव), कक्षा 5वीं के कुंदन कुमार महथा को स्पोर्ट्स सेक्रेटरी (खेल सचिव), कक्षा 5वीं की विधि सिंह को कल्चरल सेक्रेटरी (सांस्कृतिक सचिव) चुना गया। उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ मनीषा कुमारी ने दिलाई। इसके साथ ही हाउस कैप्टेन, वाइस हाउस कैप्टेन व प्रिफेक्ट ने भी विद्यालय के नियमों का पालन करने, अपने साथियों के बीच समन्वय व सहयोग बनाए रखने के साथ-साथ विद्यालय के आदर्शों को ऊँचा उठाने की शपथ ली। इस अवसर पर सभी सदस्यों को बैज पहनाकर सम्मानित किया गया। विद्यार्थी अपने-अपने सदन के ध्वज के साथ अर्द्धवृताकार घेरे में अत्यंत मनमोहक लग रहे थे।
अपने संदेश में विद्यालय की चीफ मेंटर डॉ. हेमलता एस मोहन ने छात्र परिषद के नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों में दी गई छोटी-छोटी जिम्मेदारियाँ ही हमें जीवन की सीख देती हैं। लक्ष्य निर्धारित कर ईमानदारी व संकल्प से प्रयत्न करने से ही सफलता हासिल की जाती है। प्रत्येक विद्यार्थी में प्रतिभा होती है जो अनुकूल परिवेश पाकर निखरती है। उन्होंने प्रजातांत्रिक तरीके से छात्र परिषद गठन के लिए सभी की प्रशंसा भी की।
विद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या दीपाली भुस्कुटे ने निर्वाचित सदस्यों को उनकी नई भूमिकाओं और बड़ी जिम्मेदारियों के लिए चयनित होकर आने पर बधाई दी। प्राचार्या ने कहा कि विद्या ददाति विनयम्, अर्थात मनुष्य में विनम्रता विद्या से आती है। विनम्रता से योग्यता आती है और योग्यता से मनुष्य धन अर्जित करता है। इसके बाद मनुष्य उस धन को अच्छे कामों में लगाता है। इस दौरान उन्होंने अपने छात्र जीवन की यादें ताजा की। कहा कि विद्यालय स्तर पर दी जाने वाली जिम्मेदारियाँ विद्यार्थियों को हर परिस्थितियों के प्रति बड़ी समझ के साथ तैयार करने में मदद करेगी। उन्होंने परिषद् के सभी सदस्यों को एक दृष्टांत के माध्यम से अपनी स्थिति एवं जिम्मेवारियों को समझाते हुए कार्य करने की सलाह दी। कार्यक्रम का संचालन अन्विता नंदन व अदिति साहू ने व धन्यवाद ज्ञापन आरुही कुमारी ने किया।