नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के टेस्ट में कंफर्म
रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): दुनिया भर के करोड़ों हिन्दुओं के आस्था के केंद्र आन्ध्र प्रदेश स्थित तिरुपति तिरुमला मंदिर को लेकर बेहद चौंकाने वाली खबर अब कंफर्म हो गई है। आंध्र के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के गंभीर आरोपों के बाद नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की टेस्ट रिपोर्ट में कंफर्म हुआ है कि प्रसिद्ध मन्दिर में मिलने वाले लड्डुओं में मिलावट की गई थी। इनमें बीफ फैट और फिश ऑयल समेत कई दूषित चीजों को पाया गया है।
तिरुपति के लड्डू और अन्नदानम के सैम्पल की जांच में खुलासा
नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया गया है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा संचालित तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मन्दिर का लड्डू बनाने में मछली का तेल, बीफ और चर्बी का इस्तेमाल किया गया। बोर्ड की रिपोर्ट में तिरुपति मन्दिर के लड्डू और अन्नदानम के सैम्पल की जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है। भगवान को चढ़ाने के बाद इन लड्डुओं का वितरण श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद के तौर पर किया जाता रहा है। इसकी बड़े पैमाने पर बिक्री भी की जाती रही है।
इससे पूर्व तिरुपति मन्दिर में प्रसाद के तौर पर बांटे जाने लड्डू को लेकर आंध्र प्रदेश में सियासी हंगामा मचा हुआ है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक में बुधवार को पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पूर्ववर्ती सरकार ने एक पवित्र मिठाई यानी विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू को बनाने में घटिया सामग्री और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया था।
वाईएसआर काँग्रेस ने तिरुमला की पवित्रता को कलंकित किया’
उन्होंने तेलुगु में कहा था, “पिछले पाँच सालों में वाईएसआर काँग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमला की पवित्रता को कलंकित किया है। उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया और घी के बजाय पशुओं की चरबी का उपयोग करके पवित्र तिरुमला लड्डू को भी दूषित कर दिया।
इस खुलासे ने चिंता पैदा कर दी है। हालांकि, अब हम शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम टीटीडी की पवित्रता की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।” आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर तत्कालीन जगन मोहन रेड्डी प्रशासन पर निशाना साधा।