रिपोर्ट : सरबजीत सिंह
धनबाद (ख़बर आजतक): आज राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर सिविल सर्जन सभागार में सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा की अध्यक्षता में जनमानस में डेंगू के प्रति व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु मीडिया संवाद का आयोजन किया गया।
इस दौरान सिविल सर्जन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू दिवस भारत वर्ष में डेंगू के अस्तित्व को पहचानने और इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में अधिक जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि डेंगू साफ एवं ठहरे हुए पानी में पनपने वाले संक्रमित मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलने वाला एक संक्रामक तथा अधिसूचित बीमारी है। यह विषाणु जनित रोग है जिसका समय पर जांच एवं इलाज नहीं होने से यह जानलेवा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि अचानक तेज बुखार आना, तेज सिर दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों एवं मांस पेशियों में दर्द, मसूड़ों से खून आना, भोजन में अरुचि, भूख ना लगना यह सारे डेंगू के लक्षण है। उन्होंने कहा कि डेंगू के लक्षणों को अनदेखा नहीं करें यह जानलेवा हो सकता है। डेंगू से बचने के उपाय के बारे में सिविल सर्जन ने बताया कि मच्छरों से बचे, घर के आसपास सफाई रखें, पुराने टायरों, बर्तनों तथा व्यवहार में नहीं आने वाली वस्तुओं को हटा दें ताकि इसमें पानी जमा ना हो। पानी के बर्तनों को ढक कर रखें क्योंकि एडीज मच्छर स्वच्छ जल में ही पनपते हैं। सप्ताह में कम से कम एक बार पानी की टंकी, कूलर, फ्रीज, फूलदान आदि की सफाई कर सुखा लें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने, हमेशा मच्छरदानी के अंदर सोए, बुखार होने पर खूब पानी पिएं और आराम करें, सप्ताह में 1 दिन सूखा दिवस अवश्य मनाएं।
इस दौरान सिविल सर्जन श्री आलोक विश्वकर्मा, जिला वीबीडी पदाधिकारी श्री रमेश कुमार सिंह मौजूद रहें।