बोकारो (ख़बर आजतक) : बोकारो स्टील प्लांट के धमन भट्टी बिभाग मे हजारो ठेका मजदूर कार्यरत है फलस्वरूप प्रबंधन के द्वारा दिए जा रहे मासिक टार्गेट को पूरा करने के लिए भीषण गर्मी हो या अन्य बिपरीत परिस्थिति हो धुल,डस्ट एवं गैस के रहते हुए भी पूरे मेहनत और लगन के साथ लगे रहते हैं इसके बाबजूद प्रबंधन के नाक के निचे ठेकेदार द्वारा उनका आर्थिक और मानसिक शोषण फलना फूलना एक गंभीर और चिन्तनीय सबाल खड़ा है।
प्रबंधन द्वारा नियमानुसार उनका बेतन तो बैंक खाता मे भेजा जाता है लेकिन उनसे बेतन के लगभग 30 से 40 प्रतिशत तक रुपये उनको अपने ठेकेदार को वापस करने के लिए मजबूर होना पड़ता है साथ साथ ई एल,बोनस 100% लौटाना नियति बना हुआ है। बिभाग मे बहुत सारे ऐसे ठेकेदार भी हैं जो गरीब असहाय मजदूर को मिलने बाले बेतन का 100% भुगतान भी करता है और एक रूपया वापस भी नही लेता है। बिभाग के चार्जिंग साइड मे बर्षो से लोटाये जाने की परम्परा को कुछ मजदूरों ने मरता क्या नही करता बाली कहाबत को चिर तीर्थ करते हुए अपने बेतन से लौटाना जब बन्द किया तो कुछ मजदूरों का गेट पास रोक दिया गया था। जब प्रभावित मजदूर जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बि के चौधरी से अपनी वेदना बताया तो इसकी जानकारी बिभाग के मुख्य महाप्रबंधक से अनेको बार मिलकर उन मजदूरों का गेट पास दिलबाने पर जोर देता रहा लेकिन उनके द्वारा इसे ठेकेदार का दुस्साहस तो बताता रहा लेकिन मजदूरों को न्याय मिलने मे आनाकानी देख कर आज धमन भट्टी के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय मे महामंत्री बि के चौधरी अपने सेकडो सहयोगी के साथ आर पार का नतीजा निकालने के लिए पहुंच गये। मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्मिक विभाग के उपमहाप्रबंधक पी के सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए समस्याओ का समाधान मुख्य महाप्रबंधक के साथ टेबल बैठकर निकालने के अस्वासन पर सम्मेलन कक्ष मे लम्बी चौडी बार्ता मे यह तय हुआ कि 10 दिनो के भीतर अगर मजदूरो को काम पर वापस नही लिया गया तो इस कॉन्ट्रेक्ट को केन्सील कर एच एस सी एल को काम दिया जायगा। कार्यक्रम मे संयुक्त महामंत्री एन के सिंह, एस के सिंह, रमा रवानी,लाल बाबू भारती, ए डब्लू ए अंसारी,रौशन कुमार, आर बी सिंह, बादल कोयरी,आशिक अंसारी,राजेन्द्र प्रसाद, आई अहमद,आर के मिश्रा,भी के साह, दयाल मांझी,संतोष गुप्ता,धर्मेंद्र कुमार, ऐ के महन्ती,देवेन्द्र गोराई, तुलसी साह, दिवाकर कुमार, कार्तिक सिंह, बालेश्वर राय, शशिकांत, देवेन्द्र गोराई, ऐ के मंडल, डी एन पी सिंह, डी एन महली इत्यादि उपस्थित थे।