बोकारो (ख़बर आजतक) : संत जेवियर विद्यालय में 14 जून एवं 15 जून 2024 को दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के प्रथम दिवस में विद्यालय के प्राचार्य फादर अरुण मिंज एस. जे. के द्वारा इग्नेशन स्प्रीचुअलिटि का हमारे जीवन व शिक्षा में महत्व बताया गया।
इग्नासियन आध्यात्मिकता रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए आध्यात्मिकता है। यह इस बात पर ज़ोर देता है कि ईश्वर हमारी दुनिया में मौजूद है और हमारे जीवन में सक्रिय है। यह गहरी प्रार्थना, गहरी सूझ-बूझ से निर्देशित अच्छे फ़ैसले और दूसरों की सेवा के लिए सक्रिय जीवन जीने का मार्ग है।
उन्होंने हमें बताया कि हमारी आध्यात्मिक यात्रा इस प्रश्न का उत्तर देने का एक प्रयास है कि “जीवन क्या है?” यहाँ इग्नासियस का उत्तर है: हमारे दिलों के लिए ईश्वर का दर्शन, हमारे दिमागों के लिए नहीं। यह सृष्टिकर्ता का एक अति प्रचुर दाता के रूप में चित्रण है। वह उपहार देता है जो हमारी ओर से प्रतिक्रिया को बुलाता है, कृतज्ञता और प्रेम में खुद को उसके पास वापस करने का एक स्वतंत्र विकल्प है। यह एक ऐसा दर्शन है जिसका जवाब केवल एक हृदय ही दे सकता है। दैनिक परीक्षा दिन की घटनाओं पर प्रार्थनापूर्ण चिंतन की एक तकनीक है ताकि ईश्वर की उपस्थिति का पता लगाया जा सके और हमारे लिए उनकी दिशा को समझा जा सके।
संगोष्ठी के दूसरे दिन में इग्निसियस शिक्षा के साथ-साथ हम विद्यालय को और ऊँचाइयों तक कैसे पहुँचाया जा सकता है , के बारे में विशेष चर्चा हुई। दोनों दिनों के संगोष्ठी को तीन-तीन सत्रों में विभाजित किया गया था। इस संगोष्ठी में शिक्षकों की भूमिका काफी सराहनीय एवं सक्रिय रही। शिक्षकों ने आत्म चिंतन करते हुए अपने आप को पूरी मज़बूती के साथ संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए एवं छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए हर संभव कोशिश करने का प्रण लिया। ग्रीष्मावकाश की समाप्ति तथा विद्यालय में कक्षाओं के प्रारंभ होने से पूर्व यह संगोष्ठी संपूर्ण शिक्षकवृन्द के लिए एक ताजगी , उत्साह , प्रेरणादायक , समर्पण , दृढ़ता , सकारात्मकता एवं आत्मविश्वास जगाने का अति उत्तम एवं प्रशंसनीय प्रयास रहा।