बाल विवाह से मुक्त करने वाली पुस्तक का विमोचन।
बोकारो (ख़बर आजतक): आज अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सहयोगिनी द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो के सहयोग से न्याय सदन सभागार में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित जिले के अधिकारियों ने ‘व्हेन चिल्ड्रन हैव चिल्ड्रन: टिपिंग प्वाइंट टू एंड चाइल्ड’ नामक पुस्तक का विमोचन किया ।
लेखक, श्री भुवन रिभु, एक प्रसिद्ध बाल अधिकार कार्यकर्ता हैं और महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले भारत के सबसे प्रतिष्ठित वकीलों में से एक हैं। श्री भुवन रिभु सहयोगिनी के सलाहकार हैं, जो झारखंड के बोकारो में बाल अधिकारों की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए काम करते है। यह पुस्तक भारत से बाल विवाह को खत्म करने के लिए विचार, एक रूपरेखा और एक कार्य योजना प्रस्तुत करती है, और बाल विवाह मुक्त भारत अभियान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसका नेतृत्व 300 से अधिक उच्च प्रसार वाले जिलों में नागरिक समाज संगठनों और महिला कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। .
इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन डालसा की सचिव निभा रंजन लकड़ा सहित जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अनीता झा, बाल कल्याण समिति की प्रीति प्रसाद, रेनू रंजन सहयोगिनी की अध्यक्ष सुचित्रा सिंह, कल्याणी सागर जिला परिषद सदस्य सुनीता टुडू आदि में संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डालसा की सचिव निभा रंजना लकड़ा ने कहा कि “भारत जिस तरह से बाल विवाह के मुद्दे से निपट रहा है उसमें उल्लेखनीय प्रगति हुई है लेकिन आगे का रास्ता अभी भी लंबा है और देश अभी भी बाल विवाह के चरम बिंदु तक नहीं पहुंचा है। भारत में बाल विवाह की वर्तमान दर अभी भी 23.3% है और यूनिसेफ का अनुमान है कि यदि पिछले 10 वर्षों की प्रगति जारी रही, तो 2050 तक भारत में बाल विवाह छह प्रतिशत तक कम हो जाएगा।
इस दौरान जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अनीता झा ने कहा कि “हम बाल विवाह को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए लगातार जमीन पर काम कर रहे हैं। हम व्यवहार परिवर्तन के दो पहलुओं पर काम कर रहे हैं। पहला है जागरूकता पैदा करना। और दूसरा महत्वपूर्ण पहलू मौजूदा कानूनों और नीतियों को लागू करना है।
सहयोगिनी की सचिव कल्याणी सागर ने कहा कि अब, यह पुस्तक हमें एक स्पष्ट तस्वीर देती है कि इस अपराध को उचित रणनीति के साथ कैसे समाप्त किया जाए। यह सरकारी एजेंसियों से लेकर समुदायों और हमारे जैसे लोगों तक सभी के लिए एक रोडमैप है। उन्होंने कहा कि
सहयोगिनी पूरे देश में 300 से अधिक जिलों में स्थानीय और जमीनी स्तर पर बाल विवाह को समाप्त करने के लिए काम करने वाले 160 संगठनों में से एक है। सभी संगठन 16 अक्टूबर 2023 को राष्ट्रीय बाल विवाह मुक्त भारत दिवस के लिए तैयारी कर रहे हैं, जब संदेश फैलाने के लिए हजारों गांवों में जागरूकता कार्यक्रम, प्रतिज्ञा, सड़क शो, कैंडल मार्च, कार्यशालाएं और कई अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
कार्यक्रम को जिला परिषद सदस्य सुनीता टुडू ,तबस्सुम खातून ,फुलेंद्र रविदास ,गौतम सागर, निक्की कुमारी, अंजली कुमारी ,डॉ अनामिका आदि ने भी संबोधित किया है । इस दौरान कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन की मोबिलाइजर प्रतिभा कुमारी ने उपस्थित लोगों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ ग्रहण कराया ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रगति शंकर, मो रजी अहमद,बबीता कुमारी, रवि कुमार राय ,अनिल हेंब्रम, किरण, आरती मरांडी, कुंदन कुमार उपाध्याय, संजय प्रजापति, गणेश महतो, गायत्री कुमारी, मुस्कान सिंह, अखिलेश्वर पांडे, रेखा कुमारी, सोनी कुमारी ,अंजू देवी, मंजू देवी ,सूरजमानी देवी ,पूर्णिमा देवी , अनन्त कुमार आ सिंहा , अशोक कुमार, प्रवीण कुमार, विकास गोस्वामी , मिनटी कुमारी सिंहा आदि उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन कुमारी किरण ने किया।