कुछ अच्छा नहीं कर सकते तो बर्बादी भी न करें: संजय सेठ
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): राजधानी में बने भगवान बिरसा मुंडा के ऐतिहासिक संग्रहालय को तहस-नहस किए जाने के मामले पर सांसद संजय सेठ ने कड़ा एतराज जताया है। इस मामले में सांसद ने कहा है कि राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तरह से आदिवासी विरोधी काम कर रहा है। भगवान बिरसा मुंडा झारखंड सहित देशभर में पूजे जाते हैं। ऐसे व्यक्तित्व के नाम पर बने संग्रहालय के साथ छेड़छाड़ करना, वहाँ तहस-नहस करना यह राज्य सरकार की भगवान बिरसा मुंडा के प्रति सोच को दर्शाने वाला है।
संजय सेठ ने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा पर पूरे देश की श्रद्धा है। हम इन्हें भगवान की तरह पूजते हैं। इनकी स्मृतियों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय का लोकार्पण किया। दुर्भाग्य है कि राज्य की यूपीए सरकार उसे बर्बाद करने पर आमदा है। करोड़ों रुपए की लागत से संवारे गए इस ऐतिहासिक संग्रहालय को उजाड़ा जा रहा है। यह संग्रहालय हमारे गौरव और आस्था का केंद्र है। सांसद ने कहा कि आखिर यह कैसी सरकार है, जिसके लोगों को भगवान बिरसा मुंडा के संग्रहालय से परेशानी है। ऐसा कर राज्य की झामुमो और कांग्रेस सरकार अपनी आदिवासी विरोधी मानसिकता को जाहिर कर रही है।
सांसद संजय सेठ ने राज्य सरकार और प्रशासन पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य के महापुरुषों के लिए कुछ कर नहीं सकते तो कम से कम जो बढ़िया किया हुआ है, उसे बर्बाद तो मत करिए। सांसद ने इस मामले में सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हस्तक्षेप की माँग की है और कहा है कि कार्यक्रम के नाम पर संग्रहालय को बर्बाद करना कहीं से भी उचित नहीं है। इस मामले में अविलंब हस्तक्षेप करते हुए इसे पूर्व की स्थिति में यथावत रखा जाए। एक तरफ देश भर में पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ और पौधे लगाए जा रहे हैं दूसरी तरफ संग्रहालय में कार्यक्रम के नाम पर पेड़ पौधों को उजाड़ा जा रहा है। उसकी सुंदरता को बर्बाद किया जा रहा है। मुख्यमंत्री इस पर हस्तक्षेप करें और तत्काल इसे पूर्व की भाँति सजाने का निर्देश जारी करें।