नितीश मिश्रा
राँची (ख़बर आजतक) : झारखंड की ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह ने पटना में Friedrich Ebert Stiftung (FES) द्वारा आयोजित “Creating Women’s Manifesto in Bihar” कार्यक्रम में कहा कि सशक्त लोकतंत्र के लिए महिलाओं को नेतृत्व के केंद्र में लाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र को संवेदनशील और जवाबदेह बनाना है तो महिलाओं को निर्णयकारी भूमिका देनी होगी।”
दीपिका सिंह ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे अपने मेनिफेस्टो और संगठनात्मक ढाँचे में महिलाओं को सिर्फ स्थान ही नहीं, निर्णय-निर्माण की शक्ति भी दें। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण को स्थानीय निकायों तक सीमित नहीं रखना चाहिए; विधानसभा और संसद में भी समान अवसर जरूरी है। महिलाओं का सशक्त नेतृत्व लोकतंत्र की मजबूती की शर्त है।
