झारखण्ड राँची

राँची : ₹ 2000 के नोट बंद करने का निर्णय स्वागत योग्य: चैंबर

रिपोर्ट : नितीश मिश्र

राँची (ख़बर आजतक): ₹2000 के नोट चलन से बाहर करने के फैसले का व्यापार और उद्योग जगत समर्थन करता है। ₹2000 के नोट को चलन से बाहर करने के लिए चार माह का पर्याप्त समय भी दिया गया है जिससे घबराने का जरुरत नहीं है। व्यापारी सामान्य तरीके से इसका लेन-देन करें और निर्धारित समय सीमा तक नोटों को बैंक में जमा करवा दें। आरबीआई के निर्णय पर चैंबर की प्रतिक्रिया :‐

किशोर मंत्री, अध्यक्ष, झारखंड चैंबर: ₹2000 के नोट का चलन मौजूदा व्यापार में केवल 5 से 10 फीसदी ही था। चूँकि ज्यादातर कारोबार अब डिजिटल फॉर्म में आ गया है और यूपीआई से लेन-देन का प्रचलन बढ़ गया है, ऐसे में व्यापार जगत को इस फैसले से कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता। हाँ, जो भी कैश में लेन-देन करते है और डिजिटल रुप से मजबूत नहीं है उनके लिए चुनौती हो सकती है। इन नोटों को बदलने के लिए पर्याप्त समय दिया इसलिए घबराए नहीं।

डॉ अभिषेक रामाधीन महासचिव , चैंबर: कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। वैसे भी चार साल से 2000 के नोट छ्प नहीं रहे थे। बाजार में इसका प्रचलन काफी था। नोट बदलने के लिए पर्याप्त समय भी दिया गया। इकोनॉमी के लिए अच्छा निर्णय है।

आदित्य मल्होत्रा, उपाध्यक्ष, चैंबर: ₹2000 के नोट चलन से बाहर करने के लिए चार माह का समय है। इसलिए घबराने की जरुरत नहीं है। 2000 के नोट बंद होने से संगठित कारोबार को विशेष फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकर यह सेक्टर पूर्व से ही डिजिटल में जा चूका है।

शैलेश अग्रवाल, सह सचिव, चैंबर: लगातार दिख रहा है कि कालेधन का संग्रह बड़ी करेंसी में किया जा रहा है। कालेधन पर प्रहार के लिए यह प्रशंसनीय निर्णय है। फैसले से साफ सुथरे लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी।

सुनील केड़िया, कोषाध्यक्ष, चैंबर : सरकार का यह कदम मुद्रास्फीति एवं कालेधन को कम करेगा। ऐसे तो चार माह का समय दिया गया है जो काफी है। इतने समय में लोग जिनके पास 2000 के नोट हैं, उन्हें बदली करा सकते हैं। परंतु बहुत कम समय में दूसरी बार नोटों के चलन पर रोक से व्यापारी जगत असुविधा महसूस करेगा। यह एक बड़े डेनोमिनेशन का नोट था। सरकार पुन: ₹1000 का नोट जारी करे।

ज्योति कुमारी, प्रवक्ता, चैंबर: नोटबंदी के बाद जो नए नोट जारी किए गए थे उसी वक्त यह फैसला लिया गया था कि इसे वापस लिया जाएगा। उस समय नगदी की कठिनाईयों से निपटने के लिए आरबीआई ने स्थाई तौर पर ₹2000 का नोट जारी किया था। यह सराहनीय कदम है। इससे जमाखोरी पर अंकुश लगेगा। जिस तरह समय देकर बंद किया गया है, इससे आमजनों को परेशानी नहीं होगी। ससमय लोग बैंकों में नोट जमा कर पाएँगे।

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