जिस राज्य में डीएसपी और दरोगा पर गोली चल जाती हो वहाँ सुरक्षित कौन ? : संजय सेठ
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सांसद संजय सेठ ने मंगलवार को अपने केंद्रीय कार्यालय में पत्रकार वार्ता की। इस पत्रकार वार्ता में सांसद ने राज्य सरकार और राज्य की व्यवस्था पर यूपीए की सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि झारखंड की स्थिति बदतर होती जा रही है और मुख्यमंत्री विपक्षी दलों की एकजुटता देखने गए हैं। सांसद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस राज्य में डीएसपी और दरोगा पर गोली चल जा रही है। सरकार अपनी गलती करके उसका ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ रही है।
आश्चर्य है कि जिस राज्य में डीएसपी और दरोगा को अपराधी गोली मार देते हों, उस राज्य में आम आदमी की क्या ही औकात हो सकती है। इससे दु:खद, लचर, भ्रष्ट और निकृष्ट शासन व्यवस्था का और कोई उदाहरण नहीं हो सकता। जहाँ अपराधियों के हौसले इतने बड़े हो कि आम आदमी तो उनके लिए आसान सा शिकार है। डीएसपी और दरोगा तक को गोली मार दी गई।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर सहयोग नहीं करने और पैसा नहीं देने का आरोप लगाने वाले राज्य सरकार के सिपहसालारों को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को भारत सरकार के द्वारा पैसा दिया जाना था। लगभग 13 माह का बकाया भुगतान नहीं होने से दुकानदार काफी परेशान थे। भारत सरकार ने ₹95 करोड़ जारी किया जिसके बाद इनका 5 महीना का भुगतान हो पाया। उस भुगतान का उपयोगिता प्रमाण पत्र अब तक झारखंड सरकार ने भारत सरकार को भेजा ही नहीं। इस वजह से भारत सरकार 200 करोड़ रुपए राज्य को नहीं दे पा रही है। मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए। इसके लिए दोषी कौन है ?
बिजली व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए सांसद ने कहा कि बिजली वितरण की स्थिति इतनी खराब है कि चांडिल और सिल्ली, ईचागढ़ के कई इलाकों में 4 दिनों से बिजली नहीं है। राजधानी राँची का आलम तो हम सब विगत 4 महीने से देख ही रहे हैं। बिजली नहीं रहने के कारण स्वाभाविक रुप से पानी की समस्या भी खड़ी हो जाती है। उन्होंने बताया कि गेतलसूद डैम पर सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट की तैयारी पूर्ण हो चुकी है। 2021 में भारत सरकार को मैंने प्रस्ताव दिया था। 2022 में केंद्रीय मंत्री ने स्वीकृति दी है।
सांसद संजय सेठ ने बताया कि झिरी में कचरा संधारण के लिए प्लांट निर्माण का पहला चरण पूर्ण होने की स्थिति में है। प्रतिदिन 300 टन कचरे का संधारण हो सकेगा। इससे सीएनजी भी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि फ्लाई ओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण को लेकर कई जगह समस्या हो रही है। ट्रैफिक व्यवस्था सुगम नहीं होने से रोज लोग घंटो जाम में फँस रहे हैं। वहीं कांटाटोली के समीप आए दिन सड़क दुर्घटना होने की खबर आती रहती है।
संजय सेठ ने कहा कि जल जीवन मिशन में भी व्यापक गड़बड़ी हो रही है। 150 से 200 फीट की बोरिंग करके ठेकेदार चले जा रहे। जनता परेशान है।