रिपोर्ट : प्रशांत अम्बष्ठ
गोमिया (खबर आजतक) : गोमिया के स्वांग दक्षिणी पंचायत भवन के सभागार में वैश्विक राजपूत क्षत्रिय महासभा,बोकारो जिला के तत्वावधान में संगठन मजबूती एवं नववर्ष के अवसर पर मिलन समारोह का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता बोकारो जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने किया।
वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगठन के झारखंड प्रदेश के महासचिव केदार सिंह एवं विशिष्ट अतिथि प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ललन सिंह शामिल हुए।इस दौरान मुख्य अतिथि श्री सिंह ने संगठन मजबूती पर विशेष चर्चा किये।संबोधित करते हुए कहा कि अपने समाज को संगठित करने की जवाबदेही सभी राजपूत समाज के अग्रणी लोगों पर भी है।बिना सबके सहयोग के संगठन मजबूत नहीं हो सकता है।कहा कि हमसभी अपने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सामूहिक रूप से मदद करें।उनके बच्चे बच्चियों की शादी ब्याह,उनके परिवार के साथ कोई अनहोनी होने पर सहयोग करें, ताकि वो लोग अपने को कमजोर और असहाय महसूस ना करें।तभी हम मजबूत होगें और संगठन भी मजबूत होगा।कहा कि बोकारो जिला में सुनील सिंह जी के नेतृत्व में संगठन अच्छा काम कर रहा है।हम सभी एक हीं लक्ष्य है कि हर प्रखंड में एक सशक्त कमिटी का जल्द से जल्द गठन हो और अपने समाज के उपेक्षित लोगों को संगठन से जोड़कर एकजुटता का परिचय दे सकें।ततपश्चात अपने समाज के साथ साथ में अन्य समाज के गरीब लोगों के लिए भी सामाजिक सहयोग सकेंगे।
वहीं जिला अध्यक्ष सुनील सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि हमें जो जिम्मेवारी संगठन की ओर से सौंपी गई है उसको बहुत जल्द पूरा करते हुए हर प्रखंड में एक मजबूत संगठन निर्माण कर लिया जायेगा।हमारा संगठन हर तपके के समाज के लिए भी हमेशा से तत्पर रहा है आगे भी रहेगा।उन्होंने अपने समाज के लोगों से बढ़ चढ़कर सहयोग करने की अपील भी किया।इस मौके पर समारोह में आये लोगों ने लिट्टी चोखा का भी आनंद लिया।लिट्टी चोखा कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी मृत्युंजय सिंह एवं सुमंजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।कार्यक्रम का संचालन ओमशंकर सिंह ने किया।इस मौके पर अजय कुमार सिंह वैरिस्टर सिंह, सुधीर सिंह, अनिल कुमार सिंह सत्येंद्र नारायण सिंह, ब्रज नंदन सिंह, मनोज कुमार सिंह, सचिदानंद सिंह, रमेश सिंह, मुकेश सिंह,दिग्विजय सिंह, रामकुमार सिंह, लाल बचन सिंह, कैलाश सिंह,संधीर कुमार सिंह, धनंजय सिंह,राम कृपाल सिंह उमाशंकर सिंह, रविंद्र सिंह, बजरंग बहादुर सिंह इत्यादि मौजूद थे।