रिपोर्ट : नीतीश मिश्रा
राँची(खबर_आजतक): अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एनएसएस यूनिट I-II एवं योग विभाग, सरला बिरला विश्वविद्यालय के द्वारा विवि परिसर में दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विवि के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, अधिकारीगण और छात्र बड़ी संख्या में सामूहिक योग कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि एसबीयू के कुलपति प्रो. गोपाल पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र ने योग को अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया, जिससे हम सभी लाभान्वित और गौरवान्वित हुए हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का निर्णय 11 दिसंबर 2014 को लिया गया था और इसकी शुरुआत 21 जून 2015 से दुनिया भर में की गई। उन्होंने सभी को थोड़ा समय निकालकर नियमित योगाभ्यास करने की सलाह भी दी।
इस कार्यक्रम में डीन डॉ. नीलिमा पाठक ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को इस बार योग का विषय ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ के बारे में बोलते हुए योग से स्वयं की पहचान कर समाज बनाए जाने पर जोर दिया। योग में पंचकोश के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि आज के दिन सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन में प्रवेश करता है, अतएव यह आध्यात्मिकता का सबसे उत्तम दिन माना जाता है।
इस कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों को योग का अभ्यास विवि के वरिष्ठ योग शिक्षक अमरेंद्र दत्त द्विवेदी द्वारा करवाया गया।
इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा और मंच संचालन डॉ. अर्चना मौर्य ने किया।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और डॉ. प्रदीप वर्मा ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की।