सेवा परम धर्म है,सेवा कार्य में मातृशक्ति का अधिक योगदान है:-क्षेत्र सह सेवा प्रमुख त्रिवेणी साव
धनबाद(खबर आजतक):- सेवा भारती के प्रांतीय आचार्य सेवा प्रशिक्षण वर्ग का दूसरा दिन धनबाद के पुराना बाजार स्थित शंभु धर्मशाला में प्रात: स्मरण के साथ प्रारंभ हुआ!प्रशिक्षण वर्ग में योगाचार्या श्रीमती शोभा झा ने योगासन और प्राणायाम का विधिवत अभ्यास कराया। वर्ग के प्रथम सत्र में सामूहिक ब्रह्मनाद,गायत्री मंत्र,सरस्वती वंदना का अभ्यास कराया गया। द्वितीय सत्र में क्षेत्र सह सेवा प्रमुख त्रिवेणी साव ने सेवा कार्य क्या,कैसे और क्यों ? विषय पर अपने उद्बोधन में बताया कि सेवा परम धर्म है,सेवा कार्य में मातृशक्ति का अधिक योगदान है। चर्चा सत्र में परिचय विषय पर पांच गटों में बैठकर कार्यकर्ताओं द्वारा चर्चा की गई। संवाद सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,झारखंड के प्रांत कार्यवाह संजय कुमार ने कार्यकर्ता के गुण और सद्व्यवहार विषय पर संवाद करते हुए कहा कि हमें सदैव दूसरों की अच्छाइयों की प्रशंसा करनी चाहिए और अपने गुणों को विकसित करना चाहिए। उन्होंने सेवा भारती के महिला कार्यकर्ताओं को सेवा दूत बताते हुए कहा सेवा बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में बाल संस्कार केंद्र संचालन कर संस्कारित वातावरण का निर्माण किया जा रहा है। सेवा कार्य के लिए समाज की सज्जनशक्ति का जागरण करना आवश्यक है। सेवा और संवेदना मानव का स्वभाव है इसे और जागृत करने की जरूरत है। प्रशिक्षण वर्ग के संध्याकालीन में खेल कूद,व्यायाम योग का अभ्यास करया गया एवं भजन आरती के उपरांत कविता बोलने की कला का भी अभ्यास कराया गया। सेवा प्रशिक्षण वर्ग में रांची महानगर, हजारीबाग,रांची जिला,जमशेदपुर महानगर,धनबाद, बोकारो महानगर, गिरिडीह,बोकारो जिला सहित देवघर से 82 सेवाव्रती महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।आचार्य सेवा प्रशिक्षण वर्ग की वर्ग कार्यवाहीका श्रीमती कंचन प्रभा,वर्ग व्यवस्था प्रमुख आलोक प्रकाश, प्रशिक्षण प्रमुख हरि नारायण,मुख्य शिक्षक लवकेश कुमार,चर्चा सत्र व्यवस्था प्रमुख रमाकांत दुबे,धनबाद महानगर अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, उपाध्यक्ष शशि भूषण सिंह,सहसचिव अरविंद शर्मा,कोषाध्यक्ष मनोज कुमार,महेंद्र मिस्त्री सहित कई कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है