रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड राज्य के मनरेगाकर्मी स्थाईकरण एवं वेतनमान की माँग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के 45वें दिन ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी के राँची स्थित आवास पर हजारों की संख्या में डटे हैं। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता अभिमन्यु तिवारी ने कहा कि विगत 17 सालों से जिन हुक्मरानों ने मनरेगाकर्मियों को ठगने का काम किया है तथा माँगों के प्रति संवेदना नहीं रखी है वे दोबारा विधानसभा का मुँह नहीं देख सके हैं। मनरेगाकर्मियों की दुआ और बद्दुआ दोनों ही कारगर है, यदि इरफान अंसारी मनरेगाकर्मियों को ग्रेड-पे का लाभ देते हैं तो राज्य भर के मनरेगाकर्मी और उनके परिवार इस पुनीत कार्य के लिए उन्हें हृदय से दुआ देंगे।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष जॉन पीटर बागे ने कहा कि मनरेगा कर्मी सालों से स्थाईकरण एवं वेतनमान का माँग कर रहे हैं लेकिन किसी भी सरकार ने मनरेगाकर्मियों का हित नहीं चाहा है। मनरेगाकर्मी अति अल्प मानदेय पर कड़ी मेहनत से मनरेगा योजना सहित प्रखण्ड एवं पंचायत स्तर पर चलने वाली सभी योजनाओं को, चुनाव ड्यूटी, कोरोना ड्यूटी एवं अन्य कार्यक्रमों को निष्ठापूर्वक धरातल पर उतरने का काम करते हैं, लेकिन यह गूंगी बहरी सरकार सचिवालय में काम करने वाले मनरेगा कर्मियों को ग्रेड पे का मलाई परोस रही है। सरकार हमारी माँगों के प्रति संवेदनशील नहीं है व्यक्ति तीन दिनों से राज्य भर के मनरेगाकर्मी मंत्री इरफ़ान अंसारी के आवास पर बैठे हुए हैं। हमारी माँगे नियमानुकूल और न्यायोचित है, बावजूद सरकार गंभीर नहीं है। मंत्री इरफ़ान अंसारी और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जल्द मनरेगाकर्मियों से वार्ता कर माँगों को पूरा करें अन्यथा मनरेगाकर्मी हड़ताल पर डटे रहेंगे तथा चुनाव में पुरजोर विरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि बुधवार को गिरिडीह जिला के रोजगार सेवक, रणजीत कुमार राम आर्थिक तंगी के कारण इलाज के अभाव में मृत हो गए लेकिन सरकार के पास उन्हें मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है। हमारी सरकार से माँग है कि अभी तक मृत सभी मनरेगा कर्मियों को उचित मुआवजा और अनुकम्पा के आधार पर आश्रित को नौकरी दिया जाए।
इस धरना स्थल पर संजय प्रमाणिक, नन्हे परवेज, जितेंद्र झा, विकास पाण्डेय, देवेन्द्र उपाध्याय, विनय गुरू, सुमंत गांगुली, उदय पांडे, सत्यम सिंह, अभय खलखो, बसंत टुडू, जयदेव मुर्मू, नरेश सिंह, विनोद विश्वकर्मा, बसंत सिंह, शिवदेव लोहरा आदि उपस्थित थे।