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हिमंता विस्व सरमा ने हेमन्त सरकार पर बोला बड़ा हमला – “हेमन्त सरकार नौकरी तो नहीं पर मृत्यु जरूर दे रही”

नितीश_मिश्र

राँची(खबर आजतक): असम सरकार के मुख्यमंत्री एवं भाजपा प्रदेश चुनाव सह प्रभारी हिमंत विश्व शरमा ने सोमवार को हेमन्त सरकार पर बड़ा हमला बोला। हिमंता विश्व शरमा देर शाम प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार आज प्रदेश में युवाओं के मौत का कारण बन रही। यह नौकरी तो नही दे रही लेकिन मृत्यु जरूर दे रही।

उन्होंने कहा कि उत्पाद विभाग में 583 पदों पर पुलिस की बहाली के लिए विगत वर्ष 2023 में ही विज्ञापन निकाला था। यह सरकार चाहती तो अक्टूबर से मार्च तक में अच्छे मौसम के बीच फिजिकल टेस्ट कराकर बहाली प्रक्रिया पूरी कर सकती थी लेकिन आज आनन फानन में जिस प्रकार बिना आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराए फिजिकल टेस्ट इस उमस भरी गर्मी में कराई गई उससे 15 युवाओं की मौत दौड़ के दौरान हो गई जिसमें पिंटू रजक, महेश महतो, अमरेश कुमार, सर्वज्ञ यादव, अजय कुमार महतो, प्रदीप कुमार, अभिषेक कुमार, सुमित कुमार, महेश मेहता, सूरज कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार शाह, सुमित यादव, विकास लिंडा, दीपक पासवान, अरुण कुमार के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी युवा गरीब परिवार से आते हैं। ये प्रतियोगिता की दौड़ के लिए रात भर जागकर लाइन में लगे। कुछ लोग तो भूख में भी दौड़ गए।

हिमंता विस्वा सरमा ने कहा कि ऐसे में बिना समुचित व्यवस्था किए, उनकी मेडिकल जाँच कराएँ, राज्य सरकार ने दौड़ में शामिल होने को बाध्य किया। नौकरी के लालच में युवा दौड़ने को मजबूर हुए, अपनी जान तक गवां दी। उन्होने कहा कि यह सरकार युवाओं के मौत का कारण बन रही। उन्होंने कहा कि यह सरकार युवाओं की मौत को कोरोना की बीमारी और उसके टिके से जोड़ रही।

उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद देश भर में पुलिस और सेना की बहाली हुई। सीआरपीएफ, बीएसएफ, अग्नि वीर की बहाली हुई लेकिन कहीं से मौत की शिकायत नहीं आई। हेमन्त सरकार द्वारा मौत को कोरोना से जोड़कर अपनी जिम्मेवारी से भागना बेहद शर्मनाक है। भाजपा इस हृदय विदारक घटना की कड़ी भर्त्सना करती है और राज्य सरकार से माँग करती है कि15 सितंबर तक यह सरकार बहाली को स्थगित करे। युवाओं के फिजिकल टेस्ट के पहले उनके मेडिकल जाँच की व्यवस्था हो, उनके लिए सेंटर पर एक ग्लास दूध और एक सेब की व्यवस्था हो।

उन्होंने कहा कि यह मौत सामान्य घटना नहीं है बल्कि अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि भाजपा माँग करती है कि मृतकों के परिजनों को ₹50 लाख की मुवावजा राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे हेमन्त सरकार।
उन्होने कहा कि भाजपा का प्रदेश नेतृत्व सभी मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट करते हुए एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करेगी।

हिमंता विस्वा सरमा ने कहा कि राज्य सरकार अगर अगले सात दिनों के भीतर संज्ञान में नहीं लेती तो भाजपा मानवाधिकार आयोग में जांच की माँग करेगी।

इस प्रेसवार्ता में प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी उपस्थित थे।

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