रिपोर्ट :नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2023 बैच के 18 प्रशिक्षुओं ने अपने ‘‘भारत दर्शन कार्यक्रम’’ के प्रथम चरण के हिस्से के रूप में शनिवार को सीएमपीडीआई के ‘‘भूविज्ञान संग्रहालय’’ का दौरा किया और (मुख्यालय), राँची में सीएमपीडीआई टीम के साथ बातचीत भी की।
इंटरएक्टिव सत्र में भारतीय प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षुओं ने राष्ट्र के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में सीएमपीडीआई और कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जाना और सतत् विकास, अनुसंधान एवं विकास, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण, सीएसआर पहल आदि एवं कोयला खनन से जुड़ी विभिन्न प्रौद्योगिकियों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सीएमपीडीआई द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं से भी स्वयं को परिचित किया।
भूविज्ञान संग्रहालय के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षु भूवैज्ञानिक संरचनाओं, भू-आकृतियों आदि, आभासी वास्तविकता (वर्चुअल रियलिटी) और संवर्द्धित वास्तविकता (आगमेंटेड रियलिटी) का अनुभव, भूमिगत एवं खुली खदान खनन संचालन, होलोग्राम छवियों के विभिन्न नमूने तथा रानीगंज दुर्घटना में उपयोग में लाए गए मूल महाबीर कैप्सूल का अवलोकन कर व्यावहारिक ज्ञान से अवगत हुए।
इस मौके पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी), महाप्रबंधक (टीएस/पीआर) संजय कुमार दुबे, संस्थान के महाप्रबंधक व विभागाध्यक्षगण द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा उठाए गए प्रश्नों का समाधान किया।