झारखण्ड राँची

स्वतंत्र पत्रकारों को फर्जी कहना हेमंत सोरेन सरकार की बड़ी भूल बड़ी राजनीतिक कीमत चुकाने को तैयार रहें मुख्यमंत्री : सौरभ श्रीवास्तव

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सोमवार को एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के झारखंड प्रदेश के प्रवक्ता सौरभ श्रीवास्तव ने गत दिनों विशेष शाखा द्वारा प्रदेश भर में स्वतंत्र रुप से काम कर रहे यूट्यूब चैनल, वेब पोर्टल और अन्य स्वतंत्र पत्रकारों के काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तुगलकी आदेश पर प्रदेश की सरकार पर हमला बोला।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए आप प्रदेश प्रवक्ता सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की चिंतनीय स्थिति जैसे डाहु यादव जैसे आरोपियों का सलाखों के बाहर होना और छवि रंजन और पूजा सिंघल जैसे बड़े नौकरशाहों का सलाखों के पीछे होना, प्रदेश के युवाओं का नियोजन को लेकर सड़कों पर आंदोलनरत होना और एयर एंबुलेंस को लेकर पीठ थपथपाने वाली सरकार का राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में चिकित्सा उपकरणों का अभाव होने की ओर ध्यान न होना राज्य की बदहाल स्थिति को दर्शाती है।

ऐसे समय में इन सारे मुद्दों को निष्पक्षता से दिखाने वाले स्वतंत्र पत्रकारों, यूट्यूब चैनलों और वेब पोर्टल पर लगाम लगाने का प्रयास करते हुए वर्तमान सरकार चाहती है कि प्रदेश की कड़वी हकीकत प्रदेश की जनता के सामने नहीं जा सके इसीलिए आईपीआरडी में नहीं सूचीबद्ध चैनलों को काम करने से रोका जा रहा है।

लोकतंत्र में मीडिया के ऊपर प्रतिबंध लगाना लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए खतरे की घंटी है।

पत्रकार भी दो जून की रोटी की जुगाड़ में इस चिलचिलाती गर्मी में समाचारों का संकलन कर दिन रात मेहनत करते हैं और ऐसे मेहनतकश युवाओं को सिर्फ जनसंपर्क विभाग में सूचीबद्ध नहीं होने के कारण फर्जी कहना सरकार की नियत को दर्शाता है।

सरकार की अतीक अहमद और अशरफ अहमद की पत्रकारों के वेशभूषा में आए हुए अपराधियों द्वारा हत्या को सिर्फ एक हथकंडा बताते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि अगर देखा जाए तो वैसे पत्रकार के भेष में ही आए आतंकियों ने देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की भी हत्या कर दी थी, तो क्या उसके बाद से सभी पत्रकारों को प्रतिबंधित कर दिया गया ?

उसी तरह समय-समय पर पुलिस के पदाधिकारियों, अन्य विभागीय पदाधिकारियों यहां तक कि राजनेताओं पर भी घोटालों के आरोप लगते रहे हैं तो क्या इन सब को भी प्रतिबंधित कर दिया गया ?

अगर नहीं तो फिर पत्रकारों के साथ ही ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है.

आम आदमी पार्टी की ओर से बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश में बड़े जमीन घोटाले, माइनिंग घोटाले, बढ़ते अपराध और हर मोर्चे पर विफल सरकार के द्वारा अपने कुकृत्य को छुपाने हेतू निष्पक्ष और स्वतंत्र पत्रकारों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सौरभ ने आगे बताया कि 31 तारीख को आम आदमी पार्टी राजभवन के समक्ष एक बड़ा महाधरना करने वाली है और फिर राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।

इस ज्ञापन में भी पत्रकारों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस विषय को प्रमुखता से महामहिम राज्यपाल के सामने रखा जाएगा और उन से अनुरोध किया जाएगा इस तुगलकी फरमान को राज्यपाल यथाशीघ्र वापस कराएँ।

सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी द्वारा पत्रकारों के हितों के लिए आगे नहीं आना इस बात का परिचायक है कि स्वतंत्र पत्रकारिता से आम आदमी पार्टी को छोड़कर सभी राजनीतिक पार्टियों को डर लगता है, इसीलिए शायद बात-बात पर ट्वीट करने वाले भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी ने इस मुद्दे पर ट्वीट करने में 25 दिन लगा दिए और किया भी तो तब जब सुबह सुबह आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर प्रेस वार्ता के लिए पत्रकारों को आमंत्रित कर दिया।

सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि आने वाले समय में भी पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए आम आदमी पार्टी अलग-अलग मंचों से इनकी बात उठाती रहेगी।

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