धनबाद/एगारकुंड (खबर आजतक):- बाल विवाह बच्चों के खिलाफ शोषण के सबसे बुरे रूपों में से एक है यह जाति संस्कृति और धर्म की बाधाओ को पार करता है यह अभियान बाल विवाह रोकने के लिए प्रेरित करने का प्रयास है उक्त बातें दक्षिण पंचायत अंतर्गत सोमवार को मध्य विद्यालय एगारकुंड निरसा-3 में प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार झा ने बाल विवाह से आजादी अभियान के दौरान विद्यालय के अध्यनरत छात्राओं शिक्षको एवं अन्य हितधारकों द्वारा बाल विवाह के विरुद्ध शपथ पत्र हस्ताक्षर एवं शपथ लेने से संबंधित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं ! इसके साथ ही प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार झा ने कहा कि बाल विवाह मानव अधिकारों और गरिमा का हनन है जिसे दुर्भाग्य से सामाजिक स्वीकृति प्राप्त है हमें मानवाधिकार की हत्या करने वाली इस कुप्रथा का अंत करना ही होगा उन्होंने कहा कि बाल विवाह का सीधा असर न केवल लड़कियों पर बल्कि उनके परिवार और समुदाय पर भी होता है छोटी उम्र में लड़कियों का विवाह कर दिया जाता है तो इससे वह कई तरह की बीमारी का शिकार हो सकती है ! इस कार्यक्रम में विदन मंडल, प्रमोद राव ,कुमारी सोना दास, पंपी खान , मारुति बॉउरी,दुलारी बॉउरी ,चंदन बॉउरी,अर्पण़ा बॉउरी जमुना बॉउरीआदि उपस्थित थे !