डिजिटल डेस्क
राँची (ख़बर आजतक): झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भूमि घोटाला मामले में ED शिकंजा कसती जा रही है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. इस सबके बीच गिरिडीह के गांडेय से जेएमएम विधायक डॉ सरफराज अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसने झारखंड की राजनीति में चर्चाओं का दौर गर्म कर दिया है. अब जानकारी आ रही है कि सीएम हेमंत सोरेन ने 3 जनवरी बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में झारखंड की राजनीति पर चर्चा हो सकती है.
‘हेमंत की पत्नी को मिल सकती है कुर्सी’
सरफराज अहमद के इस्तीफे को नए पदाधिकारी (सीएम) के लिए खाली की गई सीट के रूप में देखा जा रहा है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि ईडी की किसी भी मुसीबत से पहले सीएम हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम की कुर्सी सौंप सकते हैं. संभावना जताई जा रही है कि बुधवार को होने वाली बैठक में कल्पना सोरेन के नाम पर सहमति भी बन सकती है.
झामुमो के अंदरूनी सूत्र भी इस संकट को समझ रहे हैं और पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. जेएमएम खेमे का मानना है कि ईडी किसी भी वक्त सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है. ऐसे में किसी भी स्थिति से निपटने से पहले गंभीरता से सभी को विचार करना होगा.
पति की सीट से नहीं लड़ सकतीं चुनाव
दरअसल, कल्पना सोरेन झारखंड विधानसभा की सदस्य नहीं हैं। ऐसे में अगर वह मुख्यमंत्री बनाई जाती हैं तो उन्हें छह महीने के अंदर विधानसभा की सदस्यता लेनी होगी। उनके पति हेमंत सोरेन फिलहाल बरहेट विधान सभा सीट से विधायक हैं, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। कल्पना सोरेन पड़ोसी राज्य ओडि के मयूरभंज की रहने वाली हैं और आदिवासी नहीं हैं। इसलिए व पति द्वारा सीट छोड़े जाने के बावजूद बरहेट सीट पर चुनाव नहीं लड़ सकती हैं।
गांडेय जेएमएम का गढ़, पांच बार मिली है जीत
इसीलिए, माना जा रहा है कि उनके लिए एक अनारक्षित सीट खालीकरवाई गई है। विधायकी छोड़ने वाले सरफराज अहमद गांडेयअनारक्षित सीट से विधायक थे। यह सीट जेएमएम का गढ़ रहा है।यह आदिवासी और मुस्लिम बहुल इलाका है। यहां से 1985, 1990,2000, 2005 और 2019 में कुल पांच बार जेएमएम की जीत होचुकी है। सरफराज अहमद भी यहां से दो बार विधायकी का चुनावजीत चुके हैं। 2019 में अहमद ने यहां 8855 वोटों के अंग ऐप पर पढ़ेंबीजेपी उम्मीदवार को हराया था। ऐसे में यहां उपचुनाव में कल्पनासोरेन की जीत आसानी से हो सकती है।