बोकारो (ख़बर आजतक) : डीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर-6 बोकारो की प्रार्थना सभा में महात्मा हंसराज की जयंती मनाई गई । इस अवसर पर आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में विद्यालय के प्राचार्य बृज मोहन लाल दास ने महात्मा हंसराज जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलन किया । इस अवसर पर उन्होने कहा कि त्याग समर्पण और कर्तव्य परायणता की जीती जागती मूर्ति महात्मा हंसराज जी ने अपना पूरा जीवन समाज सेवा को समर्पित कर दिया । हमें उनकी जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए । हमें उनके द्वारा दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए उनके सपनों को साकार करना चाहिए।उन्होंने अपना पूरा जीवन डीएवी संस्थान को समर्पित कर दिया। जब जब भारत में संकट आया स्वामी जी ने पूरी तन्मयता से जनमानस की सहायता की । उन्होंने 1886 में लाहौर में पहला दयानंद एंग्लो वैदिक स्कूल की स्थापना की ।महात्मा जी ने विधवा-विवाह और स्त्री-शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय काम किया। कई कन्या पाठशालाएं खुलवाईं। आज भी उनके द्वारा दिखाए मार्ग प्रासंगिक है । अपनी त्याग और तपस्या से आर्य समाज रूपी पौधे को सींचने वाले ऐसे कर्मनिष्ठ शिक्षाविद आर्य समाजी को हमारा कोटि कोटि नमन है । उनका जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा, वे सादा जीवन उच्च विचार के समर्थक थे। उन्होंने कभी भी वेतन नहीं लिया । वे निस्वार्थ भाव से सेवा करते रहे।हमें उनके द्वारा दिखाए मार्गों पर चलना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को कई प्रेरक प्रसंग भी सुनाए। विद्यालय के संस्कृत शिक्षक बी एस झा ने महात्मा हंसराज के जीवन चरित्र पर अपने विचार प्रस्तुत किए । इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे ।