बोकारो (ख़बर आजतक) : चिन्मय विद्यालय के सभागार मे आज राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस बनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय प्राचार्य सूरज शर्मा , उपप्राचार्य नरमेन्द्र कुमार , डाॅ0 सतिश , डाॅ सहनवाज , डाॅ अमरीश , डाॅ0 अभय सिंहा, डाॅ0 मनिषा एवं डाॅ रिचा सोनी ने दीप प्रज्जवलीत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संगीत विभाग द्वारा स्वागत गान गा कर सभी का स्वागत किया गया। एवं सभी सम्मानित अतिथियो को पुष्प गुच्छ भेंट की गई ।
हर साल 1 जुलाई के दिन डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है क्योंकि कभी कोई स्वास्थ्य से जुड़ी संकट में हम फंसते हैं तो डॉक्टर ही वह शख्स होता है. जिस पर हमें विश्वास होता है कि यह हमें मौत की गोद से निकालकर दोबारा हमें जिंदगी देगा। डॉक्टरों की अटूट प्रतिबद्धता के लिए आभार चिन्मय विद्यालय प्राचार्य सूरज शर्मा ने सभी सम्मानित डाॅक्टर का स्वागत करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और उपचार के प्रति डॉक्टरों की अटूट प्रतिबद्धता के लिए उनका आभार व्यक्त करने का यह एक खास अवसर है. यह खास दिन डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के योगदान का सम्मान करता है साथ ही उनके निस्वार्थ भाव से लोगों को ठीक करने. उन्हें आराम देने और जीवन बचाने के लिए धन्यवाद करता है. चाहे वह रेगुलर चेकअप हो या किसी की जान बचाने के लिए कि गई सर्जरी, डॉक्टर हमेशा हमारी देखभाल के लिए मौजूद रहते हैं. यह हर साल इसलिए मनाया जाता है ताकि समाज के प्रति डॉक्टरों के समर्पण और योगदान का सम्मान किया जा सके.
नेशनल डॉक्टर्स डे 2024ः थीम
डाॅ0 सतिश , डाॅ सहनवाज, डाॅ अमरीश एवं डाॅ0 अभय सिंहा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल डॉक्टर्स डे 2024 का थीम हीलिंग हैंड्स, केयरिंग हार्ट्स है। यह थीम डॉक्टरों की अपने मरीजों के प्रति करुणा और समर्पण पर जोर देती है। डॉक्टर की बात सुनकर किसी भी बीमार मरीज और किसी बीमारी से पीड़ित मरीजों को उनकी बात सुनकर सुकून मिलता है.। डाॅ0 मनिषा ने बच्चो को भगवान बुद्व कि एक प्रसिद्ध घटना को सुनाते हुए कहा कि हमारे प्रयास एवं परिश्रम में निरंतरता बनी रहनी चाहिए तभी हम अपने जीवन में सफल हो सकते है वही डाॅ0 रिचा सोनी ने बच्चैं के जिज्ञासा भरे प्रश्नो का उत्तर दिया एवं कहा कि कभी नंबर के पिछे ना भागे क्योकि एक परीक्षा एक परीक्षाफल किसी भी छात्र का भविष्य सुनिश्चित नही कर सकता । कार्यक्रम का संचालन शोनाली गुप्ता एवं रागिनी मिश्रा ने किया इस अवसर पर देवज्योती बराल , गोपाल चैधरी , अशोक चैबे , संजिव सिंह , एवं अन्य शिक्षक उपस्थित थे ।