रिपोर्ट : नितीश मिश्रा
राँची/चाईबासा(खबर_आजतक): जिले में नकली शराब बनाने और नकली शराब को सरकारी दुकानों में बेचने का मामला थम नहीं रहा है। प्रतिदिन एक के बाद एक मामलों का उजागर चल रहा है। आज शहर चाईबासा के सरकारी दुकानों में अवैध नकली शराब बनाकर बेचने का गोरख धंधे का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में दो कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। मुफस्सिल थाना अंतर्गत पाताहातु में सोमवार को 4 मिनी शराब फैक्ट्री का पुलिस ने उद्भेदन किया।
पता चला है कि यहाँ बने नकली शराब सरकारी दुकानों में बेचा जाता था। इस बात को गंभीरता से लेते हुए पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि सरकार की मिली भगत और समर्थन के बिना इतने बड़े पैमाने पर अवैध शराब की चार फैक्ट्रियाँ नहीं चलाई जा सकती है। यह आश्चर्य की बात तो है ही नहीं कि जिले में अवैध रूप से गांजा, डोडा इत्यादि का कारोबार जोरों पर है। जहाँ झारखण्ड सरकार आज नशा मुक्ति कार्यक्रम चलाकर आम जनमानस को जागरुक करने का प्रयास कर रही है, ऐसा प्रतीत होता है कि वहीं दूसरी ओर इस तरह कारोबार को अपना संरक्षण भी दे रही है। मुझे बोलते हुए कोई अफसोस भी नहीं हो रहा है कि इस तरह के अवैध नशाखोरी और इस तरह के व्यापार में हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का भी ध्यान नहीं है। एक तरफ जहाँ हम युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह के व्यापार को संरक्षण देकर हमारे युवा पीढ़ी को शारीरिक एवं आर्थिक रुप से भी कमजोर कर रहे हैं। आज जरुरत है कि इस तरह के अवैध रूप से नशाखोरी और इसके व्यापार पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए रोक लगाने की आवश्यकता है।