आरक्षण और जातिगत जनगणना होना जनहित में अत्यंत महत्वपूर्ण: पासवान
रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड ओबीसी आरक्षण मंच का अति महत्वपूर्ण बैठक रविवार को मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष सह राजद महासचिव कैलाश यादव के अध्यक्षता में पुराना विधानसभा स्थित पावर हाउस के समीप बीएल पासवान के आवासीय कार्यालय में संपन्न हुआ।
इस बैठक के दौरान झारखंड ओबीसी आरक्षण मंच की ओर से एचइसी आवासीय क्षेत्र सेक्टर 2 धुर्वा के रहने वाले हिमांशु लाल राज को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में चयनित होने पर अध्यक्ष कैलाश यादव एवं उपाध्यक्ष बीएल पासवान ने अंगवस्त्र, संविधान की पुस्तक एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मौजूद उनके पिताजी हीरालाल बैठा को भी अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया एवं बधाई के साथ शुभकामनाएं दी गई।
इस बैठक में चर्चा के दौरान उपस्थित सदस्यों ने जाति जनगणना,आरक्षण सीमा बढ़ाने को लेकर 15 अगस्त के बाद जनांदोलन करने का फैसला लिया। साथ ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा ST, SC को आरक्षण में उपवर्गीकरण करने तथा क्रीमीलेयर लागू करने का कड़ा विरोध किया।
इस बैठक में विशेष रुप से मंच के अध्यक्ष एवं राजद महासचिव कैलाश यादव ने कहा कि डेमोक्रेसी में विधायिका सर्वोपरि है संसद एवं असेंबली में कानून बनाना संसदीय व्यवस्था का क्षेत्राधिकार है जबकि न्यायालय ने क्रीमीलेयर लागू करने की बात कह विधायिका का क्षेत्राधिकार पर हस्तक्षेप किया है। इस विषय पर केन्द्र की मोदी सरकार को अविलंब विधेयक लाकर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित करने का काम करे।
कैलाश ने कहा कि देशभर में बगैर जाति जनगणना किए किसी भी व्यक्ति का आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सही स्थिति का आकलन नहीं किया जा सकता इसलिए क्रीमीलेयर लागू करना 120 करोड़ बहुसंख्य समाज के खिलाफ है इस निर्णय का ओबीसी मंच विरोध करता है, न्यायालय इस पर पुनर्विचार करे।
झारखण्ड ओबीसी आरक्षण मंच द्वारा राज्यभर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अगले महीने 15 सितंबर को रांची में महासम्मेलन किया जाएगा जिसमें राज्य के सभी जिलों से प्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा।
इस अवसर पर बीएल पासवान ने कहा कि ST SC OBC Minorities वर्ग को एकत्रित कर लगातार लोगो के बीच जागरूक करने की जरूरत है क्योंकि आरक्षण और जातिगत जनगणना होना जनहित में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस बैठक में बीएल पासवान, रमजान कुरैशी, दीनानाथ डॉन, रामकुमार यादव, विनोद पासवान, गोपाल प्रसाद, प्रेमनाथ प्रसाद, देवकुमार गोप, सुरेश राय, महेन्द्र गोप, जावेद अंसारी, जोगिंदर प्रसाद, सुबोध ठाकुर, राम इकबाल चौधरी, मैनेजर राय, जयप्रकाश कुमार, राकेश विनय मौजूद थे।