नितीश मिश्रा, राँची
रांची (ख़बर आजतक) : स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में झारखंड के कमजोर प्रदर्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच तीखी सियासी जंग छिड़ गई है। भाजपा ने जहाँ राज्य सरकार पर नगर निकायों की अनदेखी, भ्रष्टाचार और संवैधानिक प्रावधानों की अवहेलना के गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं झामुमो ने भाजपा को “झूठ फैलाने वाली पार्टी” बताते हुए तीखा पलटवार किया है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि रांची समेत कई शहरों की रैंकिंग में भारी गिरावट सरकार की विफलता का प्रमाण है। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार शहरी शासन के प्रति असंवेदनशील है और 74वें संविधान संशोधन के तहत निर्धारित नगर निकाय चुनावों को पाँच वर्षों से टाल रही है। उन्होंने कहा कि राजधानी की गलियाँ कचरे से अटी पड़ी हैं, लेकिन सरकार मंत्रियों के बंगलों के सौंदर्यीकरण में व्यस्त है।
इस पर झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने भाजपा को करारा जवाब देते हुए कहा कि जमशेदपुर को राष्ट्रपति द्वारा तीसरा स्थान और बुंडू को “प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर” के रूप में केंद्रीय मंत्री द्वारा सम्मान मिलना झारखंड की उपलब्धियों का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद के शासनकाल में भ्रष्ट निकायों को चला चुकी है, इसलिए उन्हें 74वें संशोधन पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
पांडेय ने कहा कि झारखंड सरकार जल्द ही नगर निकाय चुनाव कराएगी और वर्तमान कानूनी प्रक्रियाएँ पूरी होने के बाद लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था लागू होगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि भाजपा सोशल मीडिया की राजनीति छोड़कर राज्य के विकास में रचनात्मक भूमिका निभाए।
राज्य की राजनीति में इस मुद्दे ने एक नई हलचल पैदा कर दी है।