जमशेदपुर (ख़बर आजतक) : विद्या भारती चिन्मय विद्यालय, टेल्को कॉलोनी, जमशेदपुर में 29 जुलाई से 2 अगस्त तक आयोजित सीबीएसई क्लस्टर-3 बास्केटबॉल टूर्नामेंट 2025-26 का समापन शनिवार को उत्साहपूर्ण और गरिमामय माहौल में हुआ।
इस पाँच दिवसीय प्रतियोगिता में बिहार और झारखंड के 79 सीबीएसई विद्यालयों की 172 टीमों के 1563 खिलाड़ियों ने भाग लिया। खिलाड़ियों के साथ 70 कोचों ने भी सक्रिय योगदान दिया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि कर्नल विनय आहूजा, कमांडिंग ऑफिसर, 37 झारखंड बटालियन ने टूर्नामेंट के समापन की औपचारिक घोषणा की। विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय प्रबंध समिति के सचिव विष्णु चंद्र दीक्षित एवं विद्यालय की प्राचार्या मीना विल्खू उपस्थित रहीं। सीबीएसई पर्यवेक्षक के रूप में संतोष कुमार सिंह (डीएवी मॉडल स्कूल, सीएफआरआई, धनबाद) और तकनीकी समीक्षक के रूप में धनंजय सिंह (कैराली स्कूल, रांची) मौजूद रहे।
विजेताओं को पुरस्कृत किया गया:
अंडर-19 गर्ल्स – विजेता: जेवीएम श्यामली, रांची | उपविजेता: विद्या भारती चिन्मय विद्यालय, जमशेदपुर
अंडर-19 बॉय्ज़ – विजेता: एमजीएम, बोकारो | उपविजेता: डीपीएस, बोकारो
अंडर-17 गर्ल्स – विजेता: डीपीएस, गया | उपविजेता: आरएमएस हाई स्कूल, खूटाडिह, जमशेदपुर
अंडर-17 बॉय्ज़ – विजेता: श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल, बोकारो | उपविजेता: सेंट मैरीज़ इंग्लिश हाई स्कूल, बिस्टुपुर, जमशेदपुर
अंडर-14 गर्ल्स – विजेता: श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल, बोकारो | उपविजेता: लोयोला स्कूल, पटना
अंडर-14 बॉय्ज़ – विजेता: जीडी मदर इंटरनेशनल स्कूल, मुज़फ्फरपुर | उपविजेता: ज्ञान भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गया
“प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” सम्मान विजेताओं को मिला:
अंडर-14 बालिकाएँ: सेजल सिंह (श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल, बोकारो)
अंडर-14 बालक: आयुष कुमार सिंह (जीडी मदर इंटरनेशनल स्कूल, मुजफ्फरपुर)
अंडर-17 बालिकाएँ: प्रिया कुमारी (डीपीएस, गया)
अंडर-17 बालक: प्रत्यूष कुमार (श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल, बोकारो)
अंडर-19 बालिकाएँ: आश्मी सिंह (जेवीएम श्यामली, रांची)
अंडर-19 बालक: निखिल कुमार (एमजीएम, बोकारो)
विशेष सराहना पुरस्कार: आरव दोकानिया (विद्या भारती चिन्मय विद्यालय, जमशेदपुर)
प्राचार्या मीना विल्खू ने कहा कि यह टूर्नामेंट केवल खेल-प्रतिभा का मंच नहीं रहा बल्कि प्रतिस्पर्धा, अनुशासन, सहयोग और नेतृत्व जैसे मानवीय मूल्यों को भी प्रोत्साहित करने वाला रहा। आयोजन की सफलता में विद्यालय परिवार, तकनीकी दल और स्वयंसेवी छात्रों का योगदान सराहनीय रहा।