नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक) : उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के शिक्षा मंत्रालय के विचार को बढ़ावा देते हुए एमिटी यूनिवर्सिटी की इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने बुधवार को केरल पब्लिक स्कूल में ‘इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप आउटरीच प्रोग्राम’ नामक एक कार्यक्रम शुरु किया। एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक के. चौहान, चांसलर डॉ. अतुल चौहान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष. रामचंद्रन, एमिटी विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष गौरव गुप्ता के आशीर्वाद से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस आयोजित प्रतियोगिता में स्कूली छात्रों ने अपने इनोवेटिव आइडिया और मॉडल प्रदर्शित किए। हर ग्रुप में चार से पांच सदस्य शामिल थे। इस कार्यक्रम का विषय “विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवाचार” था। छात्रों ने डॉ. श्वेता शर्मा की देख-रेख में एप्लिकेशन-आधारित मॉडल के लिए अपनी अवधारणाओं का उपयोग किया। यह कॉन्सेप्ट रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, ब्लाइंड स्टिक, सिस्मोग्राफ, एक्वापोनिक्स, बुलेटप्रूफ आर्मर, सोलर पावर इरिगेशन सिस्टम, फ्री एनर्जी जेनरेटर, वायरलेस पावर ट्रांसमिशन जैसी नवीनतम तकनीक पर आधारित था। प्रत्येक समूह ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन और पोस्टरों की मदद से सामाजिक लाभ के लिए अपने अभिनव विचारों को समझाने की कोशिश की। छात्रों के 15 समूहों ने भाग लिया जिनमें से ‘कचरे से बिजली उत्पादन’ के विचारों ने पहला स्थान हासिल किया, दूसरा पुरस्कार ‘स्टर्लिंग इंजन’ टीम को दिया गया जबकि तीसरा स्थान टीम ‘बाधा निवारण बॉट’ ने हासिल किया। मॉडल्स का जजमेंट एमिटी यूनिवर्सिटी के डॉ. धनंजय के. पाण्डेय और डॉ. राहुल सिंह ने किया। इस दौरान विजेता टीम को अभिनव परिषद की टीम ने सम्मानित किया।
एमिटी विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डॉ अशोक के श्रीवास्तव ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत अभिनव प्रयासों की सराहना की और उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक के. चौहान के विजन और मिशन पर प्रकाश डाला और एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड के नवीन अनुसंधान और परिणाम के योगदान का उल्लेख किया।
इस अवसर पर केरल पब्लिक स्कूल की प्राचार्या शर्मिला मुखर्जी के साथ निदेशक शरत चंद्रन और निदेशक (शिक्षाविद) लक्ष्मी शरत भी उपस्थित थी।