श्री राम लला मन्दिर अयोध्या के प्रारुप में विराजेंगी माँ दुर्गा, 2 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक खुले रहेंगे पट्ट
रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबरआजतक): श्री राम लला पूजा समिति द्वारा पुराना विधानसभा मैदान, धुर्वा में अयोध्या के नवनिर्मित श्री राम मन्दिर का प्रारुप बनाया जा रहा है। पंडाल का निर्माण प्रारम्भ हो चुका है। कोलकाता के 200 कारीगरों के द्वारा धुर्वा के मैदान में ही निरंतर कार्य चल रहा है। मन्दिर के प्रारुप के स्तम्भ, शिखर एवं अन्य डिजाइनों का निर्माण कार्य भी जोरो से चल रहा है। इस दौरान पूरा पण्डाल का प्रारुप अयोध्या धाम के श्री राम लला के श्री राम मन्दिर जैसा दिखेगा। वहीं पूजा के दौरान 26 फीट ऊँची बजरंगबली की विशाल 4D मूर्ति आकर्षण का केन्द्र रहेगी। आगामी नवरात्र में पण्डाल के गर्भगृह में माँ भवानी का दर्शन भी श्रद्धालु कर सकेंगे।
वहीं समिति के अध्यक्ष अशोक चौधरी व महासचिव कुणाल अजमानी ने संयुक्त रुप से बताया कि 2 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक लोग दर्शन कर सकेंगे।
इस दौरान मैदान परिसर में मेला और फूड स्टॉल भी लगाया जाएगा जिसमें शुद्ध व्यंजन का स्वाद लोग ले सकेंगे।
इस अवसर पर अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि पंडाल की लंबाई 170 फीट और चौड़ाई 120 फीट सहित पंडाल को 100 फीट ऊँचा उठाने का कार्य भब्य रुप ले रहा है।
वहीं महासचिव कुणाल अजमानी ने बताया कि माँ की प्रतिमा विशाल, अद्भुत, अलौकिक होगी। प्रभु श्री राम की प्रतिमा सिलिकॉन की बनी होगी जो प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष रुप से अयोध्या में स्थापित भगवान श्री राम की प्रतिमा जैसी रहेगी जिसका भक्तजन दर्शन करेंगे। यह पूजा पंडाल पूरे झारखण्ड में अब तक का सबसे बड़ा पंडाल होगा और श्रद्धालु भक्तों के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी रहेगा। वही लगभग ₹98 लाख की लागत से पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है।
इस अवसर पर अध्यक्ष अशोक चौधरी और सचिव कुणाल अजमानी ने बताया कि बहुत जल्द आयोजन समिति की ओर से कार्यसमिति का गठन किया जाएगा।
इस आयोजन में अध्यक्ष अशोक चौधरी, महासचिव कुणाल अजमानी, प्रकाश धेलिया, राजू पोद्दार, रोहित अग्रवाल, निर्मल जालान, प्रमोद सारस्वत, दीपक चौधरी, उमेश यादव, अमर प्रसाद, नवजोत अलंग, पूर्व पार्षद कृष्णा महतो, राजू टांटिया, सुजीत वर्मा, विनोद जैन, शंभू प्रसाद, अनिल अग्रवाल, पवन पोद्दार, विकास रंजन, मनीष लोधा, धीरज तनेजा, संजीत यादव, विकास चौधरी, सागर, रोहित शारदा, बादल सिंह आदि का सहयोग रहा ।