रिपोर्ट : नितेश वर्मा
रांची (ख़बर आजतक): रांची के बारियातू स्थित सेना जमीन घोटाले मामले में पूछताछ के लिए आज IAS छवि रंजन दूसरी बार ईडी दफ्तर पहुंचे थे. छवि रंजन सुबह करीब 10 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे. जिसके बाद से ईडी के अधिकारी उनसे सेना जमीन मामले पर पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें 9.35 बजे के करीब गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पहली बार IAS छवि रंजन छवि रंजन को ईडी ने 21 अप्रैल को समन भेजा था. लेकिन वो नही आए थे. जिसके बाद ईडी ने उन्हें शाम 4 बजे तक का समय दिया था. लेकिन वो नहीं पहुंचे. जिसके बाद ईडी ने उन्हें दोबारा समन किया और 24 तारीख को बुलाया. दूसरे समन पर छवि रंजन 24 अप्रैल को ईडी दफ्तर पहुंचे थे. इस दौरान भी उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ हुई थी.
ये है पूरा मामला
13 अप्रैल की अहले सुबह झारखंड समेत कई राज्यों में ED की दबिश दी थी. ये कार्रवाई रांची के पूर्व डीसी और वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के निदेशक IAS छवि रंजन के खिलाफ हुई थी. जमशेदपुर स्थित उनकी पत्नी लवली के घर के ठिकानों सहित कुल 22 ठिकानों पर ED की रेड चली थी. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक छवि रंजन के आावास पर इसलिए छापेमारी की जा रही थी क्योंकि जब रांची के बारियातू स्थित सेना की जमीन को गैरकानूनी तरीके से बेचा गया था तब वो रांची के डीसी थे. इस गैरकानूनी काम में इनकी संलिप्ता की बात सामने आई थी. ऐसे में यह छापेमारी उसी मामले को लेकर की गई थी. छवि रंजन के अलावा ईडी के निशाने पर कई जमीन कारोबारी भी हैं. कई जिलों के सीओ और जमीन कारोबारियों के खिलाफ भी छापेमारी हुई थी.
जमीन से जुड़े मामले को लेकर हुई थी छापेमारी
ED की यह कार्रवाई जमीन की गलत रजिस्ट्री, गलत म्युटेशन और जमीन के हेर-फेर से जुड़ा था. बरियातू में सेना की जमीन खरीद बिक्री मामले में IAS छवि रंजन के अलावा कई सीओ, सीआई और जमीन कारोबारी के ठिकानों पर भी ईडी की छापेमारी हुई थी. जानकारी के मुताबिक, नामकुम सीओ विनोद प्रजापति और जमीन कारोबारी अशरफ खान के ठिकानों पर भी उस दिन ईडी की रेड चली थी. साथ ही बड़गाई अंचल के सीआई भानू प्रताप के सिमडेगा स्थित पैतृक आवास पर भी ईडी की टीम छापेमारी चली थी. भानू प्रसाद का पैतृक आवास सिमडेगा बस स्टैंड के समीप झूलन सिंह चौक पर स्थित है. घर के बाहर सीआरपीएफ की टीम भी मौजूद थी. 13 अप्रैल यानी गुरुवार की सुबह ED की टीम IAS छवि रंजन समेत अन्य लोगों के कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची थी. जिसमें रांची, जमशेदपुर, सिमडेगा, हजारीबाग, कोलकाता और बिहार का गोपालगंज शामिल था. आईएएस छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं.
IAS छवि रंजन भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के अधिकारी
छवि रंजन भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के अधिकारी हैं. IAS में चयन के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला था. झारखंड में उनकी पहली पोस्टिंग चक्रधरपुर में एसडीओ के पद पर हुई थी. इसके बाद उन्हें लोहरदगा का DDC बनाया गया. फिर वो कोडरमा के DC बनाए गए थे, इस दौरान सरकारी वृक्ष काटने के आरोप में इनका ट्रांसफर कर दिया गया था. इसके बाद वो धनबाद नगर निगम के आयुक्त बनाए गए. धनबाद नगर निगम के आयुक्त के पद से छवि रंजन का तबादला समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पद पर किया गया. 2020 में उन्होंने रांची में डीसी के पद पर अपना पद ग्रहण किया था. तत्काल आईएएस छवि रंजन समाज कल्याण विभाग के निदेशक पद पर तैनात हैं. बता दें कि पिछले दिनों CM हेमंत सोरेन के रांची स्थित खदान लीज नवीनीकरण को लेकर तत्कालीन उपयुक्त रहे छवि रंजन सुर्खियों में थे, फिलहाल ये मामला भी ED की फाइलो में दर्ज है. IAS छवि रंजन और उनके करीबियों के यहां चल रहे रेड को लेकर सरकारी महकमों में हड़कंप मचा हुआ है.