दुनियाभर के 9 विद्वानों में एक्सीलेंस अवार्ड पाने वाले भारत के एकमात्र प्राचार्य बने,- शिक्षा के साथ सामाजिकता के कुशल निर्वहन के लिए मिला सम्मान
डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : (डीपीएस) बोकारो के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार को एक बार पुनः वैश्विक उपलब्धि मिली है। बांग्लादेश में स्थापित शैक्षणिक शोध संगठन- ग्लोबल एकेडेमिक्स रिसर्च एकेडेमी (गारा) की ओर से उन्हें एक्सीलेंस अवार्ड दिया गया है। खास बात यह है कि डॉ. गंगवार यह प्रतिष्ठित ग्लोबल अवार्ड पानेवाले देश के एकमात्र प्राचार्य हैं। उन्हें यह अवार्ड मालदीव गणराज्य के शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. अब्दुल्ला रशीद की उपस्थिति में प्रदान किया गया। विदित हो कि गारा ने एक वैश्विक सर्वे के आधार पर दुनिया भर से मात्र नौ लोगों को यह सम्मान दिया है, जिनमें भारत से डॉ. गंगवार अकेले हैं। यह निश्चय ही बोकारो और झारखंड ही नहीं, अपितु पूरे देश के लिए एक गर्व का विषय है।
उन्हें शिक्षा के साथ-साथ सामाजिकता के क्षेत्र में कुशल दायित्व-निर्वहन के लिए यह उपलब्धि मिली है। समाज व राष्ट्र के उत्थान एवं समाज-कल्याण के लिए उन्हें गारा का अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस फॉर ग्लोबल लीडर्स 2022 दिया गया है। एक वैश्विक अगुवा के रूप में मिली इस मान्यता और सम्मान की घोषणा मंगलवार को विद्यालय में आयोजित एक विशेष एसेंबली के दौरान की गई। प्राचार्य डॉ. गंगवार को विद्यालय के उपप्राचार्य अंजनी भूषण ने यह अवार्ड सौंपा। इस क्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने तालियों की गूंज के साथ उनका अभिनंदन किया।
अपने उद्गार में प्राचार्य ने इस उपलब्धि का श्रेय समस्त विद्यालय परिवार को दिया। उन्होंने शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों सहित सभी हितधारकों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सभी लोगों के समेकित सहयोग, परिश्रम और समन्वयन से ही यह संभव हो पाया है। उम्मीद है कि आगे भी सहयोग का यह क्रम अनवरत जारी रहेगा और डीपीएस बोकारो परिवार नित्य उपलब्धियों की नई इबारत रचता रहेगा।
उल्लेखनीय है कि डीपीएस बोकारो की ओर से अभिवंचित वर्ग के बच्चों को कक्षा एक से सातवीं तक की निःशुल्क शिक्षा इसी समुन्नत संसाधन के बीच दी जा रही है। निर्धन महिलाओं व युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण केंद्र कोशिश का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय-संचालित स्किल हब के प्रथम बैच का कौशल प्रशिक्षण हाल ही में पूरा हुआ है। इसके अलावा निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के विद्यार्थियों को लाभान्वित करने, गरीबों में वस्त्रदान, अन्नदान सहित समाजहित में कई कार्य किए जाते रहे हैं।
दुनियाभर से इन नौ लोगों को मिला अवार्ड
- डॉ. एएस गंगवार- भारत
- प्रो. डॉ. जे. मलान- साउथ अफ्रीका
- डॉ. चोक कून लान – मलेशिया
- प्रो. डॉ. हेंड्रिक हलीम- ऑस्ट्रेलिया
- प्रो. तमीना अख्तर- बांग्लादेश
- डॉ. रवि कुमार- यूनाइटेड किंगडम
- प्रो. डॉ. तत्व पी. तिमसिना- नेपाल
- प्रो. डॉ. एम. तिरुपति- जांबिया
- डॉ. मंसूर अल महरुस- ट्यूनिशिया
‘गारा’ के बारे में
बांग्लादेश में स्थापित की गई संस्था ग्लोबल एकेडेमिक्स रिसर्च एकेडमी (गारा) शोध एवं नेतृत्व विकास के लिए संचालित बुद्धिजीवियों के संगठन की शोध इकाई है। बांग्लादेश, कनाडा, मलेशिया, यूएई, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, केन्या, जाम्बिया, मालदीव, ओमान, पाकिस्तान, भारत, उज्बेकिस्तान, ब्रुनेई और जिम्बाब्वे देशों में इसके चैप्टर हैं। चैप्टर में शिक्षा मंत्री, राजदूत और विश्व स्तर पर शिक्षा क्षेत्रों सहित अन्य वैश्विक शिक्षाविद व नीति निर्माता शामिल होते हैं। संगठन के कार्यों शोधपरक अंतरराष्ट्रीय शैक्षिक पत्र-पत्रिकाएं जारी करना, इंटरनेशनल सेमिनार आयोजित कराना आदि शामिल हैं।