जो कुछ बहुत आसानी से मिल जाता, वह अधिक समय तक नहीं ठिकता: परमजीत कौर
नितीश_मिश्र, राँची

राँची(खबर_आजतक): सरला बिरला पब्लिक स्कूल द्वारा ‘वात्सल्यम्- 2025 ग्रैण्डपैरेन्ट्स डे’ के द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘बिरसा की गूँज – क्राँति की विरासत, संस्कृति की पहचान’ शीर्षक से आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम केजी-2 के नन्हें छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन के माध्यम से भगवान बिरसा मुण्डा की जीवनगाथा, उनके शौर्य और झारखंड की समृद्ध आदिवासी विरासत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा, सरला बिरला विश्वविद्यालय के महानिदेशक (डॉ.) गोपाल पाठक, भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) कर्मवीर सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक मंटू उपस्थित थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके पश्चात विद्यार्थियों ने प्रभावशाली प्रस्तुतियों के माध्यम से श्रोताओं को इतिहास के पन्नों में ले जाते हुए बिरसा मुण्डा के जीवन और उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान की झलक दिखाई। केजी-2 के बच्चों ने झारखंड की पहचान- ‘सोल ऑफ द रेड सोइल‘ पर प्रस्तुति दी। केजी-2 के बच्चों ने भगवान बिरसा मुण्डा के जन्म की कथा का मंचन किया।
प्राचार्या परमजीत कौर ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल विरासत के प्रति प्रेम को बढ़ावा देते हैं, बल्कि ऐसे महान नेताओं की विरासत को गर्व और गरिमा के साथ आगे बढ़ाने की शक्ति भी देते हैं। साथ ही उन्होने कहा कि यह केवल एक प्रस्तुति नहीं थी, बल्कि हमारी जड़ों और स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि थी। स्वतंत्रता बार-बार किए गए प्रयासों से प्राप्त की जाती है, जो कुछ बहुत आसानी से मिल जाता है, वह अधिक समय तक टिकता नहीं।